छतरपुर जिले में अभी तक किसी भी मरीज में नहीं पाया गया स्वाइन फ्लू

0102छतरपुर / जिले में अभी तक किसी भी मरीज में स्वाइन फ्लू नहीं पाया गया है। जिला चिकित्सालय में अभी तक स्वाइन फ्लू के संदिग्ध 2 हजार 954 मरीजों का परीक्षण किया गया। इन मरीजों में से किसी भी मरीज में स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुयी है। यह जानकारी कलेक्टर डॉ. मसूद अख्तर ने सीएमएचओ कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दी। उन्होंने कहा कि मिषन अस्पताल से रेफर किये गये स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों की जांच जिला अस्पताल में की गई थी, उनमें भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुई। उन्होंने कहा कि लोग स्वाइन फ्लू के प्रति जागरूक रहें। स्वाइन फ्लू की जानकारी रखना ही इसका बचाव है। स्वाइन फ्लू के संबंध में सूचना देने हेतु जिला अस्पताल में कण्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है एवं स्वाइन फ्लू के उपचार के लिये जिले में सभी व्यवस्थायें पूरी कर ली गयी हैं। उन्होंने स्वाइन फ्लू के प्रति सावधानी रखने के लिये बैठक के माध्यम से लोगों से अपील की।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि लोग स्वाइन फ्लू फैलने की अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू से बचने के लिये कुछ सावधानियां जरूरी है। खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल रखें या कोहनी का सहारा लें। किसी वस्तु अथवा व्यक्ति को छूने से पहले साबुन से हाथ धोयें। संक्रमण होने पर भीड़-भाड़ से दूर रहें एवं भरपूर नींद लें। अधिक मात्रा में पानी पियें। संक्रमण होने पर घर पर आराम करें। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। ए-श्रेणी के मरीजों में हल्का बुखार, खांसी, गले में खराष, षरीर में दर्द व उल्टी-दस्त के लक्षण देखने को मिलतें हैं। इसी तरह बी-श्रेणी के मरीजों में श्रेणी ए के साथ-साथ तेज बुखार एवं गले में तीव्र खराष के लक्षण मिलते हैं। श्रेणी सी के मरीजों में श्रेणी ए और बी श्रेणी के लक्षणों के साथ सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, उनींदापन, निम्न रक्तचाप, थूक के साथ खून आना, नीले नाखून, चिड़चिड़ापन आदि लक्षण देखने को मिलते हैं।
स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये जाने पर षासकीय अथवा निर्धारित चिकित्सा केंद्र में जाकर परामर्ष लिया जा सकता है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की उप संचालक डा. सीमा भटनागर, सिविल सर्जन डा. आर एस त्रिपाठी, स्वाइन फ्लू के नोडल अधिकारी डा. विजय पथौरिया सहित अन्य चिकित्सक एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
Santosh Gangele

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