कहा देश के लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सभी को है बोलने की आज़ादी
नई दिल्ली : जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में फिल्म निर्माता करन जौहर जिस
प्रकार देश में लोकतंत्र पर सवाल उठाते हुए असहिष्णुता के मुद्दे को फिर
से हवा देते हुए कहा की ‘अभिव्यक्ति की आजादी सिर्फ मजाक है’ का जबाब
देते हुए अहिंसावादी पार्टी (अपा) के राष्ट्रीय महासचिव विनायक जैन
लुनिया ने कहा की भारत के लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सभी नागरिक को सामान
मात्र में बोलने की आजादी है किन्तु इसका मतलब ये नही की आपका बात का असर
जनतंत्र की भावना को ठेस पहुचाये या हिंसा भड़काए, श्री विनायक ने आगे
बोला की जहा लोग आपको अपना प्रेरणास्त्रोत मानते है तो वह आपका नैतिक
दायित्व बनता है की “अपनी बातो को तोले फिर बोले”. जितनी आजादी हमारे देश
में है बोलने की शायद किसी और देश में नही होगी. किन्तु अपनी बात कहने का
एक लिहाजा होता है. श्री लुनिया ने फिल्म निर्माता करन जौहर से कहा है की
आपने जो देश की लोकतंत्र व्यवस्था को मजाक करार दिया है उसके लिए आपको
माफ़ी मांगनी चाहिए.