नई दिल्ली: हरियाणा के रोहतक की 23 साल की साक्षी मलिक ने ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहली महिला भारतीय पहलवान हो गई हैं. ओलिंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली साक्षी ने 58 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल स्पर्द्धा में हिस्सा लिया था.
2014 में आयोजित ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में फ्रीस्टाइल की इसी श्रेणी में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था. इसके अलावा 2014 में ताशकंद में आयोजित 64 किग्रा विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में इन्होंने शिरकत की थी.
जिस अंदाज में रियो ओलिंपिक में साक्षी ने पदक हासिल किया, कमोबेश वैसे ही 2015 के सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भी 60 किग्रा श्रेणी में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. उस प्रतियोगिता में साहसिक खेल दिखाते हुए कजाकिस्तान की खिलाड़ी को पटखनी देते हुए उन्होंने कांस्य जीता था. उसके बाद जब वह हरियाणा में अपने घर लौटीं तो उनका जबर्दस्त स्वागत किया गया.
रियो ओलिंपिक (2016) में प्रवेश
मई, 2016 में ओलिंपिक वर्ल्ड क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में 58 किग्रा श्रेणी के सेमीफाइनल में चीन की लान झांग को हराकर साक्षी मलिक ने रियो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था.