पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत में आतंक फैलाने की नई साजिश के तहत राजस्थान की सीमा से सटे पाकिस्तानी इलाकों में आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने के लिए दो नए केंद्र बनाए हैं। ये प्रशिक्षण केंद्र आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की मदद से चलाए जा रहे हैं।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार एक प्रशिक्षण केंद्र जैसलमेर से सटे पाकिस्तान के रहीमयार खां जिले के घोटकी में बनाया गया है, जबकि दूसरा केंद्र श्रीगंगानगर के सामने पाकिस्तान के भावलपुर इलाके में बनाया गया है। इन दोनों केंद्रों में भूमिगत बंकरों में कई दर्जन युवकों को हथियार चलाने, विस्फोटक बनाने और धमाके करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण प्रतिदिन चार घंटे दिया जाता है।
घोटकी केंद्र में प्रशिक्षण का काम पाकिस्तानी सेना का एक कर्नल कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियां भावलपुर प्रशिक्षण केंद्र का पूर्ण विवरण जुटाने में लगी है। जानकारी के अनुसार, इन प्रशिक्षण शिविरों में युवकों को लाने की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद की है। भावलपुर प्रशिक्षण केंद्र से बब्बर खालसा दल के पाकिस्तान में रह रहे सिख आतंकवादी भी जुड़े हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि इन दिनों कोहरे का लाभ उठा आईएसआई हथियारों की खेप के साथ प्रशिक्षित आतंकवादियों को भारत भेजने की कोशिश कर सकती है। भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राजस्थान में तैनात बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पाकिस्तानी करतूतों के बारे में जानकारी करीब दो सप्ताह पहले मिली। इसके बाद सीमा पर बीएसएफ जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। गणतंत्र दिवस पर धमाके की साजिश खुफिया विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा गणतंत्र दिवस से पहले जयपुर समेत देश के कई शहरों में बम धमाकों की साजिश रच रहा है। बांग्लादेश में पकड़े गए हूजी के एक सदस्य ने पूछताछ में यह खुलासा किया है।
इस सूचना के बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों को अलर्ट किया है। जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने बताया कि आतंकी हमले की साजिश की जानकारी मिलने के बाद विशेष सतर्कता बरती जा रही है।