उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में जोरदार बारिश और बर्फबारी का सिलसिला लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी बरकरार है। सुबह से ठंडी हवाएं चल रही हैं। इससे जहां पारे में गिरावट दर्ज की गई, वहीं जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। राजधानी दिल्ली में सड़कों पर जलभराव होने से यातायात पर बुरा असर पड़ा है। आसमान में घने काले बादल छाए रहने से दृश्यता सीमा कम हो गई है, जिससे वाहन चालकों को दिन में भी गाड़ियों की लाइट जलानी पड़ रही है।
दिल्ली और एनसीआर में मंगलवार देर रात भी जमकर बारिश हुई। बुधवार सुबह भी आसमान में काले बादल छाए रहे और कहीं-कहीं झमाझम बारिश हुई। सुबह का न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री दर्ज किया गया। दिल्ली में जहां बारिश के पिछले 71 साल का रिकॉर्ड टूटा है। अगले 24 घंटे तक मौसम के मिजाज बदलने के आसार नहीं हैं।
दूसरी तरफ, पहाड़ों में भीषण हिमपात के चलते लोगों को भयानक ठंड का सामना करना पड़ रहा है। हिमाचल में आज भी भारी बर्फबारी हो रही है।
यहां किन्नौर में चट्टान खिसकने से सात लोगों की मौत हो गई। बर्फबारी के कारण राहत और बचाव कार्य में परेशानियां आ रही हैं।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बर्फबारी के चलते पिछले चार दिनों से बंद हैं और वहां कई वाहन फंसे हुए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी लगातार बर्फबारी की संभावना बनी हुई है।