रामपुर। मेरठ में तैनात सेंट्रल एक्साइज की महिला कर्मचारी के कत्ल का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक इस हत्या के पीछे मृतका की पुत्र वधू है, जिसने खुद के अवैध संबंध का राज सास की जानकारी में आने पर प्रेमी से सास को कत्ल करा दिया। पुलिस ने बहू और उसके प्रेमी समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया है।
शहजादनगर थानांतर्गत ब्रजपुर गांव में नौ मई को मंजू शर्मा की बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंजू पति के सीताराम शर्मा के मूल निवास ब्रजपुर में एक परिचित की शादी में शिरकत के लिए मेरठ के जागृति विहार से आई थीं। कस्टम एंड सेंट्रल एक्साइज में कार्यरत सीताराम शर्मा की करीब बीस साल पहले मौत हो जाने पर मृतक आश्रित के रूप में पत्नी मंजू को नौकरी मिली थी और वह मेरठ में कर सहायक के पद पर तैनात थीं।
हत्या के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह ने शहजादनगर थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को भी लगाया। 15 दिन बाद पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए मृतका की पुत्र वधू समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि मंजू शर्मा की हत्या उनकी बहू ने कराई थी। मृतका का बेटा दीपक शर्मा बुलंदशहर में नामचीन शीतल पेय कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर है। दीपक की शादी सम्भल जनपद के थाना कुढफतेहगढ़ अंतर्गत अहलादपुर की नीलम उर्फ रंजना उर्फ बेदिता से हुई थी। इसी गांव के रहने वाले जगतपाल सिंह से नीलम के शादी से पहले करीब दस साल से अवैध संबंध थे। इसका पता सास मंजू शर्मा को लग गया था।
घटना से कुछ पहले नीलम ने अपने मायके सम्भल जिले के रहने वाले पूर्व प्रेमी जगतपाल को ससुराल मेरठ बुलाया और सास को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। जगतपाल ने अपने दोस्त रामपुर जनपद के थाना शाहबाद अंतर्गत ग्राम नईमगंज निवासी महीपाल
यादव और ग्राम चौकुनी का ब्रजेश यादव और बुलंदशहर जनपद के थाना अरनिया के ग्राम नगर के रवि को शामिल करते हुए वारदात को अंजाम दिया। पांचों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
पल्लू से बंधे अतीत ने काला किया भविष्य
शादी से पहले जन्मी अपरिपक्व मुहब्बत का लगाव शादी बाद भी कायम रखकर नीलम ने अपने हंसते खेलते संसार में खुद ही आग लगा ली। शादी के बंधन में बंधने के बाद भी अतीत को पल्लू से बांधे रखने की गलती में उसने अपना ही नहीं बल्कि पति व दो मासूम बच्चों का भविष्य की काला कर दिया।
मेरठ के कस्टम एंड सेंट्रल एक्साइज कार्यालय में तैनात मंजू शर्मा के कत्ल के राज से परदा हटा तो सामने आए सच को जानकर हर कोई चौंक गया। कत्ल की साजिश मुख्य सूत्रधार बताई गई मंजू शर्मा के इकलौते बेटे की पत्नी नीलम। उस परिवार की इकलौती बहू, जिसके पास मेरठ के जागृति विहार में अपना मकान है और रामपुर जनपद के थाना शहजादनगर अंतर्गत ब्रजपुर गांव में खेती योग्य खासी जमीन। पति के नामचीन शीतल पेय कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर होने व सास के सेंट्रल एक्साइज सहायक की नौकरी करने से घर में पैसे की भी कोई कमी नहीं। पति व सास के अलावा बेटा-बेटी के साथ खुशहाल जिंदगी जीने के सभी साधन नीलम के पास थे, मगर मौजूदा साधन संसाधन से ज्यादा सम्भल जनपद के ग्राम अहलादपुर में बचपना गुजारते समय
जगतपाल के साथ जन्मी अपरिपक्व मुहब्बत में दिल लगाने की कोशिश में नीलम ने सब कुछ खो दिया। पुलिस के मुताबिक नीलम व जगतपाल के बीच नजदीकी करीब दस साल पहले उस समय बढ़ी थी, जबकि जगतपाल ने नीलम के मायके के खेत बटाई पर लिए थे। अलग जातियां होने के कारण यह मुहब्बत परिपक्व नहीं हो सकी और बाद में दोनों ने अपने-अपने परिजनों द्वारा तय किए रिश्तों के मुताबिक शादियां कर लीं।
अपने-अपने परिवार होने के बाद भी दोनों की एक-दूसरे में दिलचस्पी बनाए रखने से दोनों ने वो गलती कर दी कि दोनों के अपने भविष्य ही नहीं बल्कि दोनों परिवारों के भविष्य पर भी सवाल खड़ा हो गया। नीलम के जेल जाने के बाद जहां उसके बच्चों की परवरिश, बच्चों व पति के समाज में सम्मान से जुड़े सवाल उठे, वहीं मिलते-जुलते सवालों से जगतपाल के बीवी-बच्चों के जूझने की संभावनाएं भी चर्चा में रहीं।
पुलिस द्वारा मीडिया के सामने पेशी के समय नीलम ने किए पर पछतावा तो जताया लेकिन इस पछतावे से गुजरा वक्त वापस नहीं आ सकता।