नहीं होने दी कोरम की बैठक, कैसे होगा ग्राम का विकास

भाजपा के नेता नहीं होने दे रहे है कोरम

ग्राम पंचायत के बाहर रोष प्रकट करते कांग्रेस समर्थित वार्ड पंच
ग्राम पंचायत के बाहर रोष प्रकट करते कांग्रेस समर्थित वार्ड पंच

कोशीथल – ग्राम पंचायत कोशीथल में कांग्रेस समर्थित उपसरपंच नारायण जाट सहित नवनिर्वाचित वार्ड पंच कोरम की बैठक में पहुंुचे लेकिन भाजपा समर्थित सरपंच व वार्ड पंच नहीं आए, वहीं पंचायत के कर्मचारियों ने भी अवकाश ले लिया जिस कारण कोरम की बैठक नहीं हो पाई।
कोशीथल ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित वार्ड पंच शुक्रवार को कोरम की बैठक में ग्राम पंचायत पहुंचे लेकिन भवन के दरवाजें पर ताला लगा हुआ था। कुछ देर इंतजार के बाद पदेन ग्राम सचिव को कॉल किया तो उसने अवकाश पर होने की बात कही। वार्ड पंच ग्राम पंचायत भवन के बरामदे में बैठे रहे। करीब तीन घण्टे तक इंतजार के बाद भी ग्राम पंचायत भवन पर कोई कर्मचारी नहीं आया तो वार्ड पंचों ने कर्मचारियों के विरूद्ध नारेबाजी की और घर लौट गए।
उपसरपंच नारायण लाल जाट ने बताया कि पंचायतीराज चुनाव के बाद यह पहली कोरम की बैठक आयोजित होनी थी। हाल ही में 14 फरवरी को सरपंच व वार्ड पंचों ने पदभार संभाला था। नवनिर्वाचित वार्ड पंचों द्वारा अह्म मुद्दे रखे जाने थे जिसकी भनक पड़ने पर पदेन सचिव व रोजगार सहायक अवकाश पर चले गए ताकि कोरम ही न हो सके।

पंचायत में कांग्रेस समर्थित वार्ड पंचों की है बाहुलता
उल्लेखनीय है कोशीथल ग्राम पंचायत की सरपंच शांति देवी जाट भाजपा समर्थित है। वहीं पंचायत में कांग्रेस समर्थित वार्ड पंचों की बाहुलता है। 10 वार्डों में कांग्रेस समर्थित वार्ड पंच चुने गए है। आज कोरम की बैठक में आने वाले सभी वार्ड पंच कांग्रेस समर्थित थे। भाजपा समर्थित सरपंच व वार्ड पंच तो ग्राम पंचायत में पहुंचे ही नहीं। इससे साफ जाहिर है कि भाजपा समर्थित सरपंच, वार्ड पंच व ग्राम पंचायत के कर्मचारियों ने योजनाबद्ध तरीके से कोरम स्थगित करवा दी।

क्या कहते है अधिकारी
सचिव अवकाश पर है तो वैकल्पिक व्यवस्था की जा सकती थी। ग्राम पंचायत बंद होने की मुझे जानकारी नहीं है।
-सुभाष चन्द भट्ट, विकास अधिकारी-सहाड़ा

वहीं वार्ड संख्या 6 के वार्ड पंच दिलखुश सूर्या का कहना है कि उसने ग्राम पंचायत भवन बंद होने की बात विकास अधिकारी को फोन पर बताई थी, विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायत खुलवाने की बात कही थी लेकिन नहीं खुलवाई।

ग्राम पंचायत, पंचायत समिति के कर्मचारी व अधिकारी भाजपा नेताओं के इशारों पर कोरम नहीं होने दे रहे है। हम इसकी शिकायत पंचायतीराज विभाग के प्रमुख शासन सचिव करेंगे।
उपसरपंच-नारायण लाल जाट

सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश गोस्वामी का कहना है कि राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों के सचिवों के काम का बोझ हल्का करते हुए कोरम के लिए प्रति माह की 5 व 20 तारीख तय कर दी ताकि सचिवों को कोरम के लिए वार्ड पंचों को सूचना न करनी पड़े। लेकिन बैठक के स्थगित करने की स्थिति में वार्ड पंचों को पूर्व में सूचना दी जानी चाहिए।

-लखन सालवी

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