स्वस्थ एवं सुखी समाज के लिए जरूरी है, सकारात्मक सोच: अमराराम

b12ABROP3आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज संस्था के शांतिवन में मल्टी डिसप्लीनरी अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन स्वागत सत्र के रूप में शुभारम्भ हुआ। शांतिवन के डायमंड हॉल में आयोजित सम्मेलन में राजस्थान के राजस्व तथा देवस्थान राज्यमंत्री अमराराम ने कहा कि आज लोगों की सोच संकुचित होती जा रही है। इसलिए समाज में सदभावना विस्तार के वजाय संकीर्णता हो रही है। ऐसे में जरूरी है कि सबकुछ विकास के साथ अपने सकारात्मक सोच का भी विकास करें। वे स्वागत सत्र में भारत, नेपाल, इंडोनेशिया, मारिशस, अमेरिका समेत कई देशों से आये लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के साथ हमारे देश की संस्कृति लोगों में प्यार, सदभावना और आपसी सामंजस्य बढ़ाने की रही है। ऐसे में योग, राजयोग एवं ध्यान साधना से ऐसे मूल्यों का विकास होगा। ब्रह्माकुमारीज संस्थान पूरे विश्व में यह सराहनीय कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में भारतीय सेना के आयुध सेवाओं के पूर्व महानिदेशक लेफिटनेन्ट जनरल टीजेएस गिल ने कहा कि यहॉं आने के बाद पता चलता है कि यहॉं तो सिर्फ प्यार और सदभावना की ही भाषा है जो हर के जीवन में मूल्यों के विस्तार के लिए काफी है। अनुशासन हमारे अन्दर से प्रकट होना चाहिए। इंडोनेशिया मुस्लिम यूनिवर्सिटी परमादीना की डा0 रानी अंगरैनी देवी ने कहा कि भारत की संस्कृति की खूशबू पूरे विश्व में फैल रही है। इसकी खुशबू से मैं यहॉं खीची चली आयी हूॅं। मानवीय मूल्यों का विकास आज पूरे विश्व की जरूरत हो गयी है।
उड़ीसा के आये पूर्व केन्दियमंत्री केपी सिंह देव ने कहा कि राजनीति हो या घर की नीति सबमें अध्यात्म और मूल्यों का विकास जरूरी है। यदि इसमें पीछे रह गये तो मनुष्य की ढांचा विखर जायेगा। इसलिए ऐसे आयोजनों का होना जरूरी है। हैदराबाद की फिल्म अभिनेत्री जमुना, संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके रमेशा शाह ने जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए राजयोग सीखने पर जोर दिया।
स्वागत सत्र में विजयानगरम से आये सांस्कृतिक कलाकारों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का भावभीना स्वागत किया। इसके साथ ही वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू, बीके मोहन सिंघल तथा ज्ञान सरोवर की निदेशिका बीके डा निर्मला ने सभी लोगों का स्वागत किया।

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