जिला स्तरीय आयोजन में उमड़े शहरवासी
फ़िरोज़ खान बारां, ( राजस्थान ) 21 जून। दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में श्रीराम स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में हजारों लोगों ने एक साथ योगाभ्यास किया। कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने धनवन्तरी पूजन व दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संदेश पढ़ कर सुनाया एवं तनावरहित जीवन हेतु योग के महत्व के महत्व पर विचार रखे। एक घंटे के निर्धारित कार्यक्रम का समापन जीवन में योग अपनाकर विश्व शांति के संकल्प व शांति पाठ के साथ हुआ।
जिला प्रशासन एवं आयुर्वेद विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर पिछले कई दिनों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा था। शहरवासियों ने भी अभूतपूर्व उत्साह दिखाते हुए बड़ी संख्या में कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उत्साह का चरण यह था कि योग हेतु स्थान कम पड़ गया जिस पर तुरंत नई दरी पट्टियां मंगवाकर अतिरिक्त व्यवस्था की गई। महिलाओं एवं बच्चों की भी अच्छी खासी मौजूदगी रही। योग साधिका साधना सिंह ने प्रार्थना के बाद सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास करवाया। तत्पश्चात योगासन, कपालभाति, प्राणायाम, ध्यान करवाया गया। उपस्थित जनसमुदाय ने पूर्ण रुचि के साथ इस अभ्यासक्रम का पालन करते हुए योगाभ्यास किया। इसके पश्चात मंत्री सैनी व जिला कलक्टर ने उपस्थित जनसमुदाय को संकल्प दिलाया एवं शांति पाठ के साथ समापन हुआ।
कार्यक्रम के पश्चात सैनी ने कार्यक्रम स्थल पर आयुर्वेद विभाग, ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय व गायत्री परिवार की ओर से लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। संस्था धर्मादा की ओर से सभी के लिए छाछ की व्यवस्था की गई। पतंजलि योग पीठ की ओर से योगार्थियों को मुफ्त उपहार प्रदान किये गए। कार्यक्रम में जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, विधायक ललित मीणा, पुलिस अधीक्षक डीडी सिंह, जिला परिषद सीईओ भगवती प्रसाद कलाल, एडीएम नरेश मालव, एसडीएम कानाराम सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। संचालन जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ धर्मेन्द्र ने किया।
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नही आने दी जाएगी बीज व खाद की कमी
कृषि मंत्री ने अधिकारियों को दिए मुस्तैद रहने के निर्देश
बारां, 21 जून। कृषि व पशुपालन मंत्री प्रभूलाल सैनी ने कहा कि खरीफ की फसल के लिए किसानों को खाद व बीज की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होने कहा कि प्रदेश में निजी कंपनियों के साथ एमओयू करके राज्य सरकार ने करीब सवा दो लाख क्विंटल बीज की सप्लाई का अनुबंध किया है। मिनी सचिवालय सभागार में कृषि, पशुपालन व बीज निगम अधिकारियों की बैठक में कृषि मंत्री ने जिले में खाद व बीज की आवश्यकता की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को मुस्तैद रहते हुए पूर्ण तैयारी रखने निर्देश दिए।
बैठक में कृषि अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ की फसल में जिले में सोयाबीन के लगभग 1 लाख 80 हजार क्विंटल बीज की आवश्यकता रहेगी जिसमें से 1 लाख 10 हजार क्विंटल बीज की व्यवस्था किसान अपने स्तर पर कर लेंगे। बाजार में करीब 70 हजार क्विंटल सोयाबीन के बीज की आवश्यकता रहेगी। इसमें से फिलहाल 20 हजार क्विंटल उपलब्ध है। शेष 50 हजार क्विंटल हेतु राजस्थान स्टेट सीड कार्पाेरेशन, नेशनल सीड कार्पाेरेशन, तिलम संघ व कृभको को लक्ष्य दिए गये हैं। इसके बावजूद आवश्यकता पड़ने पर निजी कंपनियों के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश मंत्री सैनी ने अधिकारियों को दिए। बैठक के दौरान ही राज्य सीड कार्पाेरेशन के अधिकारियों से दूरभाष पर जयपुर बात करके इस बारे में सचेत रहते को कहा। उन्होने कहा कि किसानों को वही बीज उपलब्ध करवाया जाए जो रोग प्रतिरोधक हो। गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं करने के निर्देश देते हुए घटिया बीज की सप्लाई कि शिकायत पर अधिकारियों के विरुद्ध सीड कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी उन्होने दी।
सैनी ने बताया कि राज्य सरकार ने करीब 3 लाख मीट्रिक टन यूरिया का भण्डारण कर रखा है। सुपर फास्फेट व डीएपी का भी पर्याप्त स्टॉक रखा गया है ताकि किसानों को उर्वरक की कमी नहीं होने पाए। जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, विधायक ललित मीणा, जिला कलक्टर डॉ एसपी सिंह, एडीएम नरेश मालव, एसडीएम कानाराम, कृषि विस्तार उपनिदेशक अतीश शर्मा, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ वीके सिंह सहित सीड कार्पाेरेशन व तिलम संघ के अधिकारी व खाद-बीज डीलर्स उपस्थित थे।
यह वर्ष है दलहन उत्पादन वर्ष
कृषि मंत्री ने बताया कि भारत सरकार ने यह वर्ष दलहन वर्ष घोषित किया है इसलिए किसानों को अधिकाधिक दलहन की बुवाई को प्रेरित किया जाना चाहिए। जिले में इस वर्ष पिछले वर्ष के 10 हजार के मुकाबले 45 हजार हेक्टेयर उड़द की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 18 हजार क्विंटल बीज की आवश्यकता रहेगी। उन्होने अधिकारियों से कहा कि पिछले दो सालों में उड़द की फसल के साथ रोग की समस्या है जिसकी रोकथाम हेतु बीजों को उपचारित करके बोने हेतु किसानों को प्रेरित करें ताकि फसल को रोग न लगे। इसके अलावा रोग प्रतिरोधी किस्मों के ही बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
विविधता वाली कृषि को करें प्रोत्साहित
कृषि मंत्री ने कहा कि विभिन्न प्रकार की फसलें बोने से जमीन की ऊर्वरा शक्ति बनी रहती है तथा फसलों को रोग लगने की संभावना भी कम रहती है। सोयाबीन की अत्यधिक बुवाई की बजाय अरण्डी एवं अन्य फसलों के प्रति किसानों को आकर्षित करने हेतु उपाय करने के निर्देश दिए।
क्विनोआ की खेती बढाने पर देंगे जोर
दूध से चार गुना प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ क्विनोआ की खेती की आवश्यकता जताते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि यह आर्थिक रुप से काफी फायदेमंद है। विदेशों में इस फसल की बहुत मांग है और देश में भी यह काफी ऊंचे दामों में बिकता है। उन्होने कहा कि सरकार का प्रयास पहले चरण में दो-तीन हजार क्विंटल बीज उपलब्ध करवाने का है। अगर सकारात्मक परिणाम मिलते हैं तो क्विनोआ की खेती को बढ़ावा देकर प्रदेश के किसानों को आर्थिक रुप से सुदृढ़ करने के प्रयास किये जाएंगे।
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जिले में साढे 46 हजार खिलौने एकत्र करने का लक्ष्य
बारां, 21 जुलाई। खिलौना बैंक अभियान के तहत जिले की सभी 1 हजार 556 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रति आंगनबाड़ी 30 खिलौनों के हिसाब से कुल 46 हजार 680 खिलौने एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है। आंगनबाड़ियों में प्रवेशोत्सव एवं खिलौना बैंक अभियान की तैयारियों की समीक्षा को लेकर मिनी सचिवालय सभागार में आयोजित बैठक में एडीएम नरेश मालव ने इस लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिए।
मालव ने निर्देश दिए कि 3 से 6 वर्ष के आयु वर्ग का कोई भी बच्चा आंगनबाड़ी सर्वे में छूटना नहीं चाहिए। प्रयास करके सभी बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र से जोड़ा जाए एवं खिलौना बैंक के माध्यम से उन्हे केन्द्र पर खुशनुमा माहौल प्रदान किया जाए। महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यवाहक उपनिदेशक संजय कुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी चलो अभियान के संबंध में सेक्टर बैठकों का आयोजन कर लिया गया है एवं 60 हजार अपील पर्चे छपवा कर बंटवाए जा रहे हैं। साथ ही सहायिकाओं एवं कार्यकर्ताओं की ओर से लोगों को खिलौने दान करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। 1 जुलाई को विधिवत कार्यक्रम कर प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा तथा खिलौना बैंक का शुभारंभ किया जाएगा। इसी दिन वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी है। बैठक में अटरू उपखंड अधिकारी रामरतन सौंकरिया, बी़डीओ जगदीश प्रसाद मीणा, सभी सीडीपीओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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जिला कलक्टर ने जनसुनवाई कर सुनी समस्याएं
बारां, 21 जून। जिला कलक्टर डॉ एस.पी. सिंह ने मंगलवार को रामगढ गांव का भ्रमण कर अटल सेवा केन्द्र पर जनसुनवाई के माध्यम से लोगों की समस्याओं को सुना। दोपहर बाद यहां पहुंचे जिला कलक्टर ने लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना एवं उपस्थित अधिकारियों को उनके निराकरण के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने मोजूद ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारंे में विस्तार से बताते हुए इनका लाभ उठाने का आह्वान किया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बनवाने को प्रेरित करते हुए कहा कि इससे न केवल बीमारियों पर अंकुश लगेगा बल्कि घर की बहू-बेटियों की इज्जत बनी रहेगी। जल बचाने का आह्वान करते हुए उन्होने कहा कि आगामी पीढ़ियों के लिए जल ही हमारी ओर से सबसे बेहतर तोहफा है। राजस्व शिविर के माध्यम से लोगों को मिल रही राहत का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि अधिकाधिक संख्या में अपने लंबित प्रकरणों का निस्तारण करवाएं।
इस अवसर पर उपखंड अधिकारी अषोक पुरूसवानी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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मासिक कौषल रोजगार एवं उद्यमिता षिविर 24 को
बारां, 21 जून। जिला प्रषासन एवं जिला रोजगार कार्यालय, बारां की और सें मासिक कौषल रोजगार एवं उद्यमिता षिविर 24 जून को आदर्ष राजकीय सीनियर सैकण्ड्री स्कूल, कोटा रोड़, बारां में आयोजित किया जाएगा। जिसमें युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार एवं रोजगारपरक प्रषिक्षण के विषेष अवसर प्राप्त होंगे।
जिला रोजगार अधिकारी मनोज कुमार पाठक ने बताया कि षिविर में निजी क्षेत्र के नियोजकों एवं राज्य से तथा राज्य के बाहर की कम्पनियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि सिक्यूरिटी थीम आधारित इस षिविर में युवाओं को पिकअप मेन, गार्ड और चौकीदार के रूप में रोजगार प्रदान करने के लिए जी4एस सिक्यूर सोल्यूषन, गुड़गांव हरियाणा, मीसा सिक्यूरिटी उदयपुर, एसएससीआई उदयपुर, डायनामिक डिटेक्टिव सिक्यूरिटी उदयपुर, पायोनियर सिक्यूरिटी अहमदाबाद और राजस्थान की विभिन्न सिक्यूरिटी सर्विसेज ईकाईयां इसमें शामिल होगी। इस षिविर में रोजगार हेतु कौषल विकास के लिए आरएसएलडीसी के माध्यम सें प्रषिक्षण देने वाले विभिन्न प्रषिक्षण संस्थान रोजगार प्रषिक्षण के लिए आषार्थियों का चयन करेंगें।
मनोज कुमार पाठक ने बताया कि इस षिविर में राज्य की विभिन्न औधोगिक ईकाईयां तकनीकी एवं गैर तकनीकी कर्मचारियों की मौके पर भर्ती करेंगी तथा इन्ष्योरेंस कम्पनियां एवं बैंक आदि के प्रतिनिधि अभिकर्ताओं की भर्ती करेगें। अप्रेन्टिषिप योजना के तहत रजिस्ट्रेषन हेतु विषेष व्यवस्था की गई है। स्थानीय इण्ड्स्ट्रीज अडाणी पावर प्लांट, ऑरियण्टल ग्रीन पावर कम्पनी भी इस षिविर में भाग लेंगी। स्व-रोजगार एवं उद्यमिता विकास हेतु जिला स्तर पर कार्यरत विभिन्न एजेन्सी यथा डीआईसी अग्रणी बैंक द्वारा अनेक ऋण योजनाओं के तहत आवेदन पत्र मौके पर ही भरवायें जायेंगे।
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25 मंडिया जुड़ेंगी राष्ट्रीय कृषि बाजार से
बारां, 21 जून। कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने विश्व योग दिवस कार्यक्रम के पश्चात पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रामगंज मंडी के बाद प्रदेश की 25 मंडियों को ई-ऑक्शन की सुविधा युक्त बनाकर राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ने की योजना है। उसके बाद प्रदेश की सभी प्रमुख मंडियों को भी इससे जोड़ा जाएगा।
सैनी ने कहा कि ई-ऑक्शन, ई-मार्केटिंग, ई-ग्रेडिंग व ई- ट्रेडिंग के विचार के साथ स्थापित राष्ट्रीय कृषि बाजार के साथ प्रदेश की मंडियों के जुड़ने के पश्चात किसानों को काफी फायदा होगा। उन्हे अपनी फसल को उच्चतम दाम मिल पाएगा तथा किसी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना भी नहीं रहेगी। सितम्बर में प्रस्तावित मंडी समितियों के चुनाव पर सवा्ल का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि विभिन्न श्रेणियों कि मंडियों में वार्डवार पुनर्गठन की प्रक्रिया के तहत सेक्शन 4 की कार्यवाही हो चुकी है। इसी महिने लॉटरी निकाल कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा ताकि किसानों के प्रतिनिधि मंडियों के कामकाज पर अपना नियंत्रण रख सकें।
प्रकृति के उपहास को उपहार में बदला
उन्होने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार किसानो के हितों को लेकर प्रतिबद्ध है। प्राकृतिक आपदा से नष्ट होने वाली फसलों के मुआवजे को लेकर प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना में कई अच्छे प्रावधान किए गये हैं। 1 जून से लागु इस योजना में पहले दस प्रतिशत में रबि की फसल के लिए डेढ़ व खरीफ के लिए 2 दो प्रतिशत प्रिमियम राशि किसान को वहन करनी होगी। शेष राशि का आधा-आधा राज्य व केन्द्र सरकार वहन करेगी। पहली बार ऐसा प्रावधान किया गया है कि बोयी गई फसल नही उगे तो किसान को 25 प्रतिशत मुआवजा मिलेगा। यही नहीं कटाई होने के 14 दिन के भीतर होने वाले नुकसान को भी इसमें कवर किया जाएगा। प्रायोगिक तौर पर राज्य के धौलपुर, सीकर व राजसमंद में यूनिफाइड पेकेज्ड स्कीम लागु की है जो सफल रही तो पूरे राज्य में लागु की जाएगी। इस स्कीम में किसान के स्कूल जाने वाले बच्चे, कृषि यंत्र व ट्रेक्टरी आदि का भी बीमा कवर होगा। सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने मुआवजे हेतु 17 सौ करोड़ का प्रावधान किया है। केन्द्र सरकार का पैसा मिलाकर करीब 34 सौ करोड़ का फंड उपलब्ध होगा। इस फंड से प्रकृति के उपहास को किसान के लिए उपहार में बदला जा सकेगा।
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राजस्व शिविर में निस्तारित प्रकरणों का आंकड़ा एक लाख के पार
बारां, 21 जून। राजस्व लोक अदालत अभियान ने जिले में नई ऊंचाइयों को छूते हुए एक लाख का जादुई आंकड़ा पार कर लिया। जिला कलक्टर डॉ एसपी सिंह ने बताया कि 9 मई से प्रारम्भ हुए अभियान के तहत जिल में अभी तक कुल 231 राजस्व शिविरों का आयोजन कर 20 जून तक कुल 1 लाख 1 हजार 313 राजस्व प्रकरण सफलतापूर्वक निस्तारित किये गए हैं। यह आंकड़ा पिछले साल आयोजित सभी शिविरों में निस्तारित कुल प्रकरणों से लगभग दुगुना है।
जिला कलक्टर ने बताया कि इनमें सबसे ज्यादा 54 हजार 134 प्रकरण फर्द दुरुस्ती के थे। 16 हजार 518 नामान्तरण, 13 हजार 31 राजस्व नकलें, 8 हजार 972 खाता दुरुस्ती के प्रकरण के अलावा खातेदारी घोषणा, इजराय, सीमाज्ञान, विभाजन सहित अन्य प्रकार के प्रकरणों का बखूबी निस्तारण किया गया। कई बरसों से न्याय की आस में भटक रहे काश्तकारों के लिए यह अभियान उनके द्वार तक न्याय लेकर पहुंचा। अपने नाम को सार्थक करता यह अभियान 15 जुलाई तक चलेगा।