25 जुलाई। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले में कई जल ग्रहण संरचनाओं का निर्माण किया गया वहीं कई पूराने बांध एवं तालाबों का कायाकल्प किया गया। शाहबाद ब्लॉक की ढिकवानी पंचायत का रताई बांध भी इनमें से एक है।
पिछले वर्ष इस बांध के वेस्टवियर की दीवारें अतिवुष्टि के चलते क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस बार उसके टूट जाने की आषंका बन रही थी लकिन अभियान के तहत सिंचाई विभाग की ओर से मरम्मत करवा कर इसे नवजीवन प्रदान किया गया। अभियान में मनरेगा के तहत इस मरम्मत कार्य पर 29 लाख रूपए व्यय किए गए जिसका फायदा इसी बारिष में नजर आ गया। शाहबाद क्षेत्र में हुई अच्छी बारिष के चलते 9.75 एमसीएम क्षमता का यह बांध लबालब होकर ओवरफ्लो हो गया। एक समय इस पर करीब डेढ़ फीट चादर चली लेकिन मरम्मत के चलते आई मजबूती ने इसे टूटने के खतरे से बचा लिया। जहां साल भर आस-पास के ग्रामीण इस वर्षाकाल में अनहोनी की आषंका व्यक्त करते रहे, वहीं आज बांध की अथाह जलराषि देखकर सबके चेहरे खिल उठे हैं। बांध का पानी सिंचाई विभाग की देखरेख में किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा। जिससे रबी की फसल हो पाएगी वहीं इलाके के भूजल स्तर में अच्छा उछाल आएगा। जिला कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान जल आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला अभियान है जिसके प्रथम चरण के परिणाम सबके सामने हैं। 16 नवम्बर से द्वितीय चरण का शुभारंभ होगा जिसके तहत जिले में अन्य जलग्रहण संरचनाओं का निर्माण एवं जीर्णोद्वार होगा।
फ़िरोज़ खान बारां राजस्थान