सीकर में आयोजित “धरती धोरा री ” के नाम से फिल्म फैस्टीवल एक अलग तरह का अवार्ड समारोह था जिसमे किसी भी फिल्म के लिए अवार्ड ना होकर कई कलाकारों को अवार्ड दिया गया जिन्होंने वर्षो से राजस्थानी सिनेमा को अपना हर हाल मे समय दिया , जिसमे एक मात्र फिल्म अभिनेता निर्माता *राज जांगिड़* है जिन्हें यह महत्वपूर्ण अवार्ड से सम्मानित किया गया वो ही राजस्थानी फिल्मों का सच्चा सिपाही है , जिन्होंने राजस्थानी सिनेमा के लिए अपना सारा जीवन समर्पित किया है। कल वो यह महत्वपूर्ण अवार्ड पाकर भाव विभोर हो गए राज जांगिड़ को सबसे शानदार और पारिवारिक फिल्मों का निर्माण करने वाली राजश्री प्रोडक्शन के निर्माता ताराचंद बड़जात्या के नाम से अवार्ड दिया गया । कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई. जिसकी शुरूआत *पूर्व जिला प्रमुख डॉ रीटासिंह,भारतीय शिक्षण संस्थान के निदेशक हरिराम रणवां,टैगोर शिक्षण संस्थान के निदेशक जगन सिंह चाहर* *फिल्म समीक्षक और पत्रकार अरविन्द ज़िगर तथा राजेन्द्र मधुकर* भी उपस्थित थे। सबसे आकर्षक के केन्द्र हजारों हिट गाने लिख चुके कई फिल्म फेयर अवार्ड ले चुके मशहूर गीतकार समीर अंजान थे जिन्हे देखने हजारों की जनसंख्या में देर रात तक श्रोताओं का जमखड लगा रहा
> वहीं *संगीतकार दिलीप सैन , पुराने कोमेडियन बीरबल , गीतकार सुधाकर शर्मा , गायक सतीश देहरा , गायिका रेखा राव * एक जमाने के स्टार अभिनेता अनिल धवन तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम आज के बाद—यह गीत उन पर फिल्माया गया था जया बच्चन सहित अनेक अभिनेत्रियों के साथ उन्होंने काम कर चुके साथ ही महाभारत मे द्रोणाचार्य का अभिनय करने वाले सुरेन्द्र पाल ने* कार्यक्रम में बेहतरीन संवाद के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया.उनकी आवाज़ में खरज थी ।राजस्थान के *मधु आचार्य* ने मुंह से घुंघरू,पायजेब और चूड़ियों के खनकने की आवाज़ निकालकर सबको विस्मित कर दिया । आयोजक मशहूर फिल्म लेखक निर्देशक *रमेश मोदी और उनकी पूरी रंग टीम* ने बेहतरिन आयोजन कर सिनेमा को जीवंत करने का प्रयास किया ।
> फ़िल्म कलाकारों को प्रोत्साहन करने का एक प्रयास सरानीय रहा… अंत मे आयोजकों ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा की सभी राजस्थानी सिनेमा परिवार से जुड़े एक से बढ़कर एक *निर्माता निर्देशक व टेक्निशियन तथा कलाकारों एवं पत्रकार साथियों* सहित हजारों की संख्या मे दर्शक पधारे उन सभी का बहुत बहुत आभार की आप लोग राजस्थानी फिल्मों के आयोजन मे पधारे । जय राजस्थान जय जय राजस्थानी ।
