24वां ऊंट उत्सव में रविवार को होगी कबड्डी, साफा बांधने की प्रतियोगिता, ऊंट नृत्य, मटका दौड़, म्यूजिकल चेयर सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं
बीकानेर 14/1/17 (मोहन थानवी) । बैगपाइपर बैंड की धुन पर नाचते ऊंट के हर ठुमके पर गूंजती तालियां यकबयक एकबारगी थम गई; वजह थी जिला कलेक्टर वेदप्रकाश की ओर तेजी से ऊंट का झुकना; मगर अगले ही पल बैंड के साथ देशी-विदेशी पर्यटकों सहित कई लोगों की करतलध्वनि भी ताल से ताल मिला उठी क्योंकि नृत्य करते ऊंट ने कलेक्टर को फूलमाला पहनाई थी। ऐसे ही अनेक रोमांचित कर देने वाले दृश्यों से शनिवार को डॉ करणीसिंह स्टेडियम समृद्ध हुआ। इसी के साथ-साथ डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में जीवंत हो छा गई देश की सुरंगी संस्कृति। इससे पूर्व रंग-बिरंगे गुब्बारे और सफेद कपोत हवा में उड़ाते हुए चौबीसवें ऊंट उत्सव का आगाज किया गया। बीकानेर के इस अनूठी पहचान बनाने वाले ऊंट उत्सव के चलते पूरा दिन ‘नख से शिख तक सजे ऊंट, मूंछों पर ताव देते रौबीलों के बीच चंग की थाप के साथ लोकगीत गूंजते रहे। इतना ही नहीं मशक वादन से बरबस ही देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते लोक कलाकार और इन अविस्मरणीय क्षणों को मोबाइल और कैमरे में कैद करते सैकड़ों लोगों ने ऐसा नजारा किया जिसे भुलाया न जा सके। कपोत व गुब्बारों को जिला कलेक्टर वेदप्रकाश, पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीपसिंह कपूर, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. एन. वी. पाटिल, एसबीबीजे के डीजीएम राकेश कौशल और ब्रिगेडियर आर. एस. माथारू ने ढोल, नगाड़ों और शंख-ध्वनि के बीच मुक्ताकाश के हवाले किया। हजारों की संख्या में स्टेडियम में मौजूद देशी-विदेशी पर्यटकों ने इस ऐतिहासिक क्षण का तालियां बजाकर स्वागत किया तो आर्मी के बैगपाइपर बैंड ने सुमधुर स्वरलहरियां बिखेरकर समां बांध दिया।
जूनागढ़ से रवाना हुई शोभायात्रा –
इससे भी पहले जिला कलेक्टर वेदप्रकाश ने जूनागढ़ के आगे से शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा में बुलेट पर विदेशी महिला के साथ खेमसा पुरोहित सबसे आगे रहे। मशकवादक मंगलाराम भील की पार्टी ने लोक संस्कृति को साकार किया। इसके बाद सजे-धजे ऊंटों पर सवार रौबीलों ने देशी-विदेशी मेहमानों का अभिवादन किया। शोभायात्रा में बालोतरा का आंगी गैर नृत्य, चूरू की चंग पार्टी, पंजाब का बैंड, भांगड़ा नृत्य पार्टी और पारम्परिक राजस्थानी वेशभूषा में श्रृंगारित सैकड़ों स्कूली बालिकाएं सिर पर मंगल कलश लिए साथ थीं। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में ऊंट भी साथ थे तो एसबीबीजे की कैमल बैंक भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र थी। शोभायात्रा यहां से होते हुए डॉ. करणीसिंह स्टेडियम पहुंची।
विदेशी पावणे बोले, ‘खम्मा घणी सा’ –
शोभायात्रा और स्टेडियम में मौजूद विदेशी मेहमानों ने ‘खम्मा घणी सा’ और ‘नमस्कार’ कहकर एक-दूसरे का अभिवादन किया। अनेक विदेशी महिला एवं पुरूष पर्यटकों ने राजस्थान की पारम्परिक वेशभूषा पहनी हुई थी, तो रौबीलों के साथ फोटो खिंचवाने में भी देशी-विदेशी पर्यटक मशगूल दिखे। पारम्परिक वेशभूषा में छोटे-छोटे बच्चे विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। शोभायात्रा को भी अधिक आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न राज्यों के लोकनृत्यों और ऊंटों को अधिक संख्या में शामिल किया गया था। स्टेडियम में बड़ी डिजीटल स्क्रिनों और ड्रोन कैमरे के माध्यम से विभिन्न प्रतियोगिताओं को लाइव दिखाया गया। इस अवसर पर महानिरीक्षक पुलिस बिपिन कुमार पांडे, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नम्रता वृष्णि, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) शैलेन्द्र देवड़ा, सहीराम दुसाद, सीओ सदर राजेन्द्र सिंह, पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक भारती नैथानी, अजय शर्मा, पुष्पेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे। संचालन मंडल में संजय पुरोहित, रवीन्द्र हर्ष, किशोर सिंह राजपुरोहित और ज्योति रंगा शामिल थे।
फोटो प्रदर्शनी रही आकर्षण का केन्द्र –
जूनागढ़ परिसर में आयोजित हो रही 4 दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का शनिवार को भी बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटकों ने अवलोकन किया। फोटो प्रदर्शनी में बीकानेर के 37 युवा फोटोग्राफर्स ने अपने 120 छायाचित्रों के माध्यम से बीकानेर की समृद्ध कला एवं संस्कृति को प्रस्तुत किया है। प्रदर्शनी 16 जनवरी तक आमजन के अवलोकनार्थ रहेगी।
हैरिटेज वॉक-
उत्सव के दूसरे दिन रविवार को हैरिटेज वॉक के साथ कार्यक्रमों का आगाज होगा। पत्थर की अद्भुत नक्काशी से दुनिया भर में बीकानेर को अलग पहचान देने वाली रामपुरिया हवेली से लक्ष्मीनाथ मंदिर, भांडाशाह जैन मंदिर के पास स्थित बीकानेर के संस्थापक राव बीकाजी की टेकरी तक निकलने वाली इस हैरिटज वॉक में शहर के गणमान्य लोगों के साथ अनेक पर्यटक शामिल होंगे।
हैरिटेज वॉक का आयोजन पर्यटन विभाग द्वारा लोकायन संस्था के सहयोग से किया जाएगा।
आज—
विभिन्न प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन-
डॉ.करणी सिंह स्टेडियम में रविवार को दोपहर साढ़े बारह बजे से शाम पांच बजे तक विभिन्न प्रतियोगिताएं हांगी। इनमें देशी-विदेशी पर्यटकों की रस्सा कस्सी, ग्रामीण कुश्ती प्रतियोगिता, कबड्डी खेल प्रदर्शन मैच, साफा बांधने की प्रतियोगिता, ऊंट नृत्य, मटका दौड़, म्यूजिकल चेयर सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं शामिल हैं। उत्सव के अंतिम दिन शाम छह बजे से रात आठ बजे तक राजस्थानी कलाकारों द्वारा लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। उत्सव का समापन जसनाथी सम्प्रदाय की ओर से अग्निनृत्य एवं आतिशबाजी के साथ होगा।
क्राफ्ट बाजार में पहुंचे सैलानी-
जिला प्रशासन एवं जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में, जूनागढ़ के सामने स्थित बेनीयन ट्री हट में आयोजित किये जा रहे क्राफ्ट बाजार में सैलानियों ने पहुंचकर हस्तशिल्प व अन्य आकर्षक उत्पादों का अवलोकन कर इन्हें क्रय किया।