जीवन को प्रभु का प्रसाद मानकर जीवन जीयो

IMG-20170418-WA0328बाड़मेर 18 अप्रैल
कुड़ला जोधाराम राईका की समाधी स्थल पर चल रही नानी बाई के माहेरा में कथा वाचक जयराम महाराज, राजाराम जी महाराज एवं तारातरा मठ के महंत प्रतापुरी महाराज एवं नारायणपुरी महाराज संत कृपाराम महाराज के कृपापात्र बाल संत बांके बिहारी महाराज एवं राम विचार महाराज एवं अन्य संत गणों का सानिध्य रहा । एवं कथा के दौरान संतो के प्रवचन में राजाराम जी महाराज ने कहा कि मनुष्य को जीवन में क्या करना चाहिए। जीवन को प्रभु का प्रसाद मानकर जीवन जीयो, एवं प्रतापपुरी महाराज ने कहा कि व्यक्ति को हमेषा अपने कर्म पर विष्वास करना चाहिए एवं बाल संत बांके बिहारी महाराज ने कहा कि भगवान कोई अलग नहीं है बल्कि सब एक है इस प्रकार प्रवचन के दौरान संत घनष्याम जी ने भी प्रवचन कहा एवं प्रवचन के दौरान बोलियों का कार्यक्रम हुआ जिसमें सभी भक्तजनों ने बढ चढकर लाभ लिया। कई लोग अपना जीवन नषों आदि मे खराब करते हैं पर जो भगवान के नाम का नषा करते है उनका जीवन सार्थक हो जता है। कर्म ऐसे करो कि दुनिया याद करें।
मंदिरों का होना भी जरूरी है वहां शुभ कर्म होगें पूजा पाठ आरती होगी, कम से कम उस दारू का ठेका तो नहीं लगेगा। संत जहां भजन पूजा पाठ व साधना करते है वह स्थान अपने आप पूजनीय बन जाता है। जोधाराम जी ने जो साधना कि है उसी के प्रभाव से आज भव्य मंदिर व महादेव की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। कार्यक्रम में सभी संतो का शुभ आर्षिवाद रहा। कार्यक्रम में रामविचार जी महाराज, नारायणपुरी महाराज, प्रतापपुरी महाराज, कुड़ला सरपंच देवाराम, मगाराम, रेखाराम रूगाराम भादू, सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहेे। कथा के दौरान हजारों की संख्या में महिलाए-पुरूष मौजूद रहे। कार्यक्रम में राईका प्रदेष आरक्षण समिति के प्रदेषाध्यक्ष मेहराराम राईका ने संत महात्माओं का स्वागत व अभिनंदन किया।
आज के कार्यक्रम में प्राण प्रतिष्ठा, षिव मंदिर जगदम्बा, व रामदेव की मूर्ति स्थापना में मुख्य अतिथि ओटाराम देवासी, गोपालन मंत्री शरीक होगें।

मेहराराम राईका
प्रदेष अध्यक्ष
राईका आरक्षण संघर्ष समिति, बाड़मेर
मो. 9414107127

error: Content is protected !!