फिजियोथैेरेपी शिविर 25 से
आज मीडिया आमुखीकरण के तहत एस.डी.एम. जिला चिकित्सालय (सेटेलाईट) में प्रेस वार्ता में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार एनसीडी प्रकोष्ठ के माध्यम से पूरे प्रदेश सहित बीकानेरवासियों को इस कमाल की चिकित्सा पद्धति का लाभ मिलेगा। ये विशाल फिजियोथेरेपी शिविर जिला चिकित्सालय व 10 ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में लगाए जा रहे हैं जो 25.4.2017 से 27.4.2017 तक तीन दिन चलेंगे। इसमें प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट अपनी सेवाएं देंगे। अभियान की जिला स्तरीय नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदिरा प्रभाकर हैं जबकि खण्ड स्तर पर सभी बीसीएमओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हरिशंकर आचार्य, डॉ. भूपेन्द्र यादव, जिला एनसीडी प्रकोष्ठ से इन्द्रजीत सिंह ढाका आदि उपस्थित थे।
दर्द होंगे दूर
जिला चिकित्सालय के अधीक्षक एवं पीएमओ डॉ. बी. एल. हटीला ने जानकारी दी कि शिविर में असंक्रामक बीमारियों डायबिटीज, हदय रोग, पक्षाघात एवं तनाव से होने वाली जटिलताओं में कमी लाने के लियें परामर्श, गर्दन, कन्धा, कमर, जोड़ां, कोहनी, घुटनो, ऐड़ी, मांसपेशियां, पुरानी चोट का दर्द, रीढ़ की हड्डी के छल्लां का खिसकना, फ्रेक्चर के बाद जोड़ां की जकड़न, गठिया रोग, अस्थि रोगों के ऑपरेशन के बाद के विकार, कन्धे का जाम होना, मुंह का टेड़ापन, साईटिका, सुन्नपन, बच्चों का समय पर विकास न होना, जोड़ों के दर्द वृद्धावस्था की बीमारीयां का उपचार किया जायेगा।
ये देंगे सेवाएं
जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य ने जानकारी दी कि जिला चिकित्सालय में डॉ. मनीष गहलोत, डॉ. ऋषि शर्मा व डॉ. विनय गर्ग सेवाएं देंगे। सीएचसी नोखा में डॉ. मनीष मीणा, पांचू में डॉ विकास कैरों, देशनोक में डॉ. अरुण चौधरी, खाजूवाला में डॉ. विजेंद्र पैडवा, कोलायत में डॉ प्रज्ञा व्यास, गजनेर में डॉ. मारूतिनन्दन साध, बज्जू में डॉ. कपिल गोम्बर, नापासर में डॉ. अशांक चौधरी, श्रीडूंगरगढ़ में डॉ. दिलीप सिंह राजपुरोहित व सीएचसी लूणकरणसर में डॉ. हेमंत व्यास सेवाएं देंगे। खास बात यह भी है कि सूची में शामिल 6 फिजियोथेरापिस्ट निजी क्षेत्र से हैं और निःशुल्क सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया की अधिक से अधिक लोगो को लाभान्वित करने के लिए फ्लेक्स एवं पम्पलेट्स के साथ ही आशा, एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्मिको के माध्यम से ग्रामीण क्षैत्रो में शिविरों का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
कुछ तकलीफों में सिर्फ फिजियोथेरेपी ही कारगर
जिला चिकित्सालय के फिजियोथेरापिस्ट डॉ. मनीष गहलोत ने बताया कि फिजियोथेरेपी बहुत कारगर तकनीक है जिससे कई असाध्य लगने वाली तकलीफें भी दूर हो जाती है। उन्होंने बताया कि कन्धा जाम होने पर कोई दवा नहीं है जो उसमें पुनः चाल ला दे, बस फिजियो अभ्यास से ही इसे पुनः चलाया जा सकता है। डॉ ऋषि शर्मा ने बताया कि कमर दर्द आज हर घर में मिल जाएगा जबकि कैमल-कैट जैसे कुछ आसान से पोस्चर द्वारा इनमे बड़ी राहत मिल जाती है इसलिए जरूरत है आमजन इस पद्धति से जुड़ें।
– मोहन थानवी