मजदूर दिवस मनाया और समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया

IMG-20170501-WA0115फ़िरोज़ खान
बारां 1 मई । जाग्रत महिला समिति व संकल्प संस्था द्वारा तेजाजी डांडा भंवरगढ़ कार्यालय में सोमवार को 1 मई मजदूर दिवस मनाया गया । जिसमे स्थानीय मजदूरों ने भाग लिया और अपनी मांगों को लेकर सरपंच धर्मराज चौधरी को एक ज्ञापन दिया । ज्ञापन में खैरुआ बस्ती में खराब पड़ी मोटर को ठीक करवाने, प्रकाशपुरा बस्ती की मोटर को ठीक, मनरेगा में रुका हुआ भुकतान दिलाने तथा समय पर भुकतान करवाने की मांग रखी । वही रुकी हुई पेंशन, नये राशनकार्ड उपभोक्ताओं को राशन सामग्री दिलवाने की मांग रखी । जिस पर उन्होंने मजदूरों को आस्वस्त करते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर अंदर आपकी समस्याओं का समाधान करवा दिया जावेगा । अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों द्वारा किए गया आंदोलन सफल रहा इसलिए वह पूरे विश्व के मजदूरों के लिए यादगार हो गया और मिशाल बन गया । राजस्थान में मजदूरों की संख्या बहुतायत में है और दशा दयनीय है। गैरसरकारी कार्यस्थलों पर कार्य कर रहे मजदूरों की कई तरह की पीड़ाएं है जिन्हें दूर करने की बजाए राजस्थान सरकार ने श्रम कानूनों में बदलाव कर मजदूरों के जख्मों पर मरहम लगाने का कार्य किया है। राजस्थान में सरकारी नौकरी और सरकारी कार्यों पर अधिक विश्वास किया जाता है। राजस्थान के मजदूरों की मांग से ही महानरेगा जैसा कानून बना। इस कानून में मजदूरों को 10 अधिकार दिए गए। इन 10 अधिकारों की सुनिश्चितता की जिम्मेदारी केंद्र व राज्य सरकार की है लेकिन सरकारें ऐसा कर पाने में विफल रही है। महानरेगा मजदूरों की हालत देख कर सरकार की अनदेखी का अंदाजा होता है वहीं महानरेगा कार्यस्थलों की स्थिति को देखकर मजदूरों के प्रति सरकार की बेरूखी स्पष्ट हो जाती है।

इन्होंने किया संबोधित
सरपंच धर्मराज चौधरी, ग्यारसी बाई, कल्याणी बाई, जसोदा बाई, मीना प्रजापत, राजमल भील, हरिओम राठौर, ने मजदूर दिवस पर सेकड़ो मजदूरों को सम्बोधित करते हुए उनके हक अधिकार, और वर्ष भर की कार्ययोजना के साथ साथ राशन, पेंशन, मनरेगा, आदि मुद्दों पर अपने विचार रखे ।

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