रवि पुरोहित को साहित्य अकादमी का राश्ट्रीय राजस्थानी अनुवाद पुरस्कार

IMG-20171228-WA0021अगरतल्ला/ बीकानेर ।
साहित्य अकादमी, नई दिल्ली का अनुवाद पुरस्कार वितरण समारोह 28 दिसम्बर को अगरतल्ला के टाऊन हॉल, पैलेस कम्पाउण्ड में आयोजित हुआ । समारोह में अकादमी से अधिस्वीकृत 24 भारतीय भाशाओं के अनुवादकों को पुरस्कृत किया गया । बीकानेर के रवि पुरोहित को वर्श 2016 के राश्ट्रीय अनुवाद पुरस्कार से समादृत किया गया । पुरोहित को यह पुरस्कार पंजाबी के लब्ध प्रतिश्ठ कवि भाई वीर सिंह की अमर काव्य कृति ‘मेरे सांईयां जीओ’ के राजस्थानी अनुवाद ‘जीवो म्हारा सांवरा’ के लिए प्रदान किया गया । वर्श 1955 में साहित्य अकादमी से पुरस्कृत इस कृति में ईष्वर के प्रति संपूर्ण समर्पण अर सखाभाव का मुकम्मल साक्षात देखने को मिलता है । षब्दों और भाव-बिंबो का अनूठा प्रयोग इन कविताओं को न केवल अर्थ-गौरव प्रदान करता है, अपितु सम्पूर्ण परिदृष्य को संवेदना के स्तर पर पाठक की चेतना का जरूरी हिस्सा बना देता है ।
पुरस्कार स्वरूप पुरोहित को पचास हजार रुपये व ताम्र-पत्र अकादमी अध्यक्ष विष्वनाथ प्रसाद तिवारी ने अर्पित किए । पुरस्कार वितरण समारोह में संभायिों का स्वागत अकादमी सचिव के. श्रीनिवासन राव ने किया । मुख्य अतिथि के रूप मे अंग्रेजी के एमीनेंट स्कॉलर टेमसुला ओ ने समकालीन साहित्यिक परिदृष्य व चुनौतियों को साझा किया । अकादमी उपाध्यक्ष चन्द्रषेखर कंबार ने आभार ज्ञापित किया ।

विवरण – विजय महर्शि
संयुक्त मंत्री

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