बीकानेर । कविता के क्षेत्र में ताऊ शेखावाटी का नाम कौन नहीं जानता। वह अपने सामाजिक कार्य से बीकानेर आए तो गुरुवार दोपहर में उनसे एक संक्षिप्त मुलाकात हुई। जिसमें उन्होंने कहा कि कविता मंच पर जीवंत है । मंच पर कवि जो बोलता है तो उसे सुनने वाले सामने साक्षात खड़े होते हैं । उन्होंने यह भी कहा कि पत्रिकाओं में छपने वाली कविता के पाठक भी है लेकिन उनका यह मानना था कविता को मंच पर कवि जीवंत कर देता है। मंच पर बोली जाने वाली कविता सामने खड़े श्रोताओं के दिल में उतर जाती है। उन्होंने कहा कविता किताबी न बन जाए इस आशंका को ध्यान में रखते हुए मंचीय आयोजन कर कविता और कवि को अधिक प्रोत्साहन मिलना चाहिए। खासतौर पर राजस्थानी कविता और राजस्थानी कवियों को मंच उपलब्ध करवाना आज की आवश्यकता और श्रोताओं की जिम्मेदारी है।