बीकानेर, 19 दिसम्बर। राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने बुधवार को स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति पद का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया। एसकेआरएयू के निर्वतमान कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा ने उन्हें यह प्रभार सौंपा।
राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने प्रो. शर्मा को राज्य सरकार की सलाह प्राप्त होने अथवा अग्रिम आदेशों तक जो भी पहले हो, अस्थाई व्यवस्था के तहत अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। इसकी अनुपालना में प्रो. शर्मा ने अपराह्न पश्चात् यह प्रभार ग्रहण किया। उल्लेखनीय है कि राजभवन के आदेशानुसार 19 दिसम्बर 2014 को प्रो. छीपा को एसकेआरएयू का कुलपति नियुक्त किया गया था। इसके बाद 19 दिसम्बर 2017 को डाॅ. छीपा की सेवा अवधि में एक वर्ष का विस्तार किया गया। सेवा विस्तार की अवधि बुधवार को पूर्ण हो गई।
एसकेआरएयू के कुलपति का पदभार ग्रहण करने के बाद प्रो. शर्मा ने कहा कि जिस विश्वविद्यालय से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की तथा जहां से सरकारी सेवाएं प्रारम्भ हुईं, वहां कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करना उनके लिए गौरवान्वित करने वाला है। उन्होंने कहा कि एसकेआरएयू-राजूवास समन्वय के साथ समाज के लिए कुछ बेहतर करे, यह उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने इसके लिए सतत रूप से नवाचार करने का विश्वास दिलाया।
निवर्तमान कुलपति प्रो. छीपा ने कहा कि पिछले चार वर्षों में उन्होंने ‘टीम भावना’ के साथ कार्य करते हुए विश्वविद्यालय की बेहतरी के प्रयास किए। इस दौरान उन्हें राजूवास में कार्य करने का अवसर भी मिला। प्रो. छीपा ने गत चार वर्षों मंे हुए सभी सकारात्मक कार्यों की सफलता के लिए विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टर, टीचिंग और नाॅन टीचिंग स्टाॅफ के समर्पण की भावना को सर्वोपरि बताया।
इस अवसर पर एसकेआरएयू के कुलसचिव ताज मोहम्मद राठौड़, प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा, डाॅ. वीरसिंह, डाॅ. आई. पी. सिंह, डाॅ. दीपाली धवन, डाॅ. आर. एस. यादव, डाॅ. एन. के. शर्मा, डाॅ. मीनाक्षी चैधरी, डाॅ. सुभाषचंद्र, डीन डाॅ. समिता शर्मा, राजूवास के डीन डाॅ. त्रिभूवन शर्मा, निदेशक प्रो. ए. पी. सिंह सहित दोनो विश्वविद्यालयों के डीन-डायरेक्टर ने प्रो. शर्मा का अभिनंदन किया।
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परीक्षा केन्द्रों का किया औचक निरीक्षण
बीकानेर, 19 दिसम्बर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक (रिसर्च) डाॅ. एस. एल. गोदारा, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. ए. के. शर्मा तथा उपनिदेशक डाॅ. एस. एम. कुमावत ने बुधवार को विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर चल रही कृषि स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं का औचक निरीक्षण किया। परीक्षा नियंत्रक डाॅ. शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं 12 दिसम्बर को प्रारम्भ हुईं। इसमें कुल 4 हजार 50 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। परीक्षाएं विश्वविद्यालय के 13 सम्बद्धता प्राप्त तथा दो संगठक महाविद्यालयों में आयोजित हो रही है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्थाएं सुचारू पाई गईं। आगामी 2 जनवरी तक चलने वाली इन परीक्षाओं का समय-समय पर निरीक्षण किया जाएगा।
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इक्कीस दिवसीय आॅरिएंटेशन कोर्सः डाॅ. बिस्सा ने दिए व्यक्तित्व निर्माण के सूत्र
बीकानेर, 19 दिसम्बर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में नवनियुक्त सहायक आचार्यों के इक्कीस दिवसीय ओरिएंटेशन कोर्स के दूसरे दिन बुधवार को मेनेंजमेंट ट्रेनर डाॅ. गौरव बिस्सा ने व्यक्तित्व निर्माण के सूत्र दिए।
इस अवसर पर डाॅ. बिस्सा ने व्यक्तित्व विकास के पंच महातत्वों की जानकारी दी तथा कहा कि मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण उसके रंग, शरीर सौष्ठव या कपड़ों से नहीं बल्कि आचरण से होता है। उन्होंने कहा कि भारतीय शास्त्र में चरित्र की श्रेष्ठता को ही व्यक्ति का मूल तत्व समझा गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के कंधों पर विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी होती है। इस जिम्मेदारी को निर्वहन भलीभांति कर पाना ही शिक्षकों की सबसे बड़ी सफलता है। उन्होंने विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से शिक्षकों के कर्तव्यों, व्यक्तित्व निर्माण के महत्त्व को बताया।
मानव संसाधन विकास निदेशालय के निदेशक डाॅ. आर. एस. यादव ने कोर्स की प्रासंगिकता एवं आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इक्कीस दिवसीय कोर्स के दौरान नव चयनित सहायक आचार्यों को विभिन्न विषय विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिलेगा। कोर्स काॅर्डिनेटर डाॅ. आर. के. वर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया।