पूर्व में कार्यरत पंचायत कर्मचारी ने बता रखा है पक्का मकान
फ़िरोज़ खान
सीसवाली 19 जुलाई । कस्बे के गरीब व्यक्ति का 2011 की पीएम आवास योजना की सूची में नाम आने के बाद भी ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा इसको गुमराह किया जा रहा है । जबकि पंचायत द्वारा चस्पा की गई सूची में इसका नाम 15 नम्बर है । उसके बाद भी कर्मचारियों द्वारा सूची में इसका पक्का मकान बताकर इसको वंचित रखा जा रहा है । इस मामले को लेकर इस पीड़ित व्यक्ति ने ग्राम पंचायत व पंचायत समिति अंता तथा जिला कलक्टर बारां को भी लिखित में अवगत करा रखा है । उसके बाद भी इसको इंसाफ नही मिल रहा है । यह मामला कोटा रोड नाका चुंगी सीसवाली निवासी फ़िरोज़ पुत्र इदुबक्श देशवाली का है । इसने यही नही सूची में नाम होने के बाद भी 2 बार आवेंदन कर दिया है । उसके बाद भी इसको लाभ नही मिल रहा है । पीड़ित ने बताया कि मेरा परिवार कच्चे मकान में रहता है या नही या मेरे पास कच्चा मकान है या पक्का इसकी जांच करवा ली जावे । पीड़ित ने बताया कि मेने कई बार पंचायत में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक कमलेश चौधरी को भी अवगत कराया गया । मगर उनके द्वारा मुझे गुमराह किया जा रहा है । उसने पंचायत में जाकर कई बार बोला कि आप मेरे मकान को देख लो जांच कर लो आपके सामने हकीकत आ जायेगी उसके बाद भी इसकी कोई सुनवाई नही हो रही है । आये दिन यह यह व्यक्ति ग्राम पंचायत के चक्कर काट रहा है कभी बोला जाता है कल आना परसो आना इस तरह बहाना बनाया जा रहा है । इस सम्बंध में पंचायत कनिष्ठ लिपिक कमलेश चौधरी ने बताया कि पूर्व में कार्यरत कर्मचारी भारती मेघवाल द्वारा सूची 104 नाम ऐसे है जिनको रिमांड मोडयूल में पक्का मकान दिखा रखा है । जिसमे एक नाम फ़िरोज़ पुत्र इदुबख्स का भी है । इस कारण इसका रजिस्ट्रेशन व जिओ टेकिंग नही हो सकती है । उन्होंने बताया कि सूचियां चस्पा कर रखी है उसमें स्पष्ठ रूप से प्रत्येक नाम के आगे लिखा हुआ है कि इस व्यक्ति को क्यों नही मिल सकता । वही इस सम्बंध में विकास अधिकारी मजहर इमाम ने बताया कि कनिष्ठ लिपिक को इस मामले की मौके पर जांचकर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए है ।