उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि कांग्रेस के कुशासन में राजस्थान की तस्वीर ही बिगड़ गई है। राज्य में क्षेत्रीय असंतुलन एवं भेदभाव के कारण जन रोष चरम पर है। किरण भावा ग्राम में गांववासियों को संबोधित कर रही थी। आज देश में राजस्थान का नाम मंत्रीयों के काले कारनामों के कारण कंलकित हो गया है।
किरण नें कहा कि भाजपा गाँव और गरीब को आगे बढ़ाने का कार्य करती है। वह सबको साथ लेकर और सबका विकास करने की सोच रखती है। किन्तु कांग्रेस केवल झुंठे वादों के सहारे सत्ता पाना चाहती है।
किरण नें कहा कि कांग्रेस राज में 100 रु. किलो प्याज और 25 रु. किलो आलु बिक रहे हैं। इनके नेता और अफसर भ्रष्टाचार में एक दुसरे को पछाड़ने में लगे हैं। इन्हें जनता की समस्याओं के प्रति जरा भी चिन्ता नहीं है। भाजपा ही देश में सुराज ला सकती है।
किरम नें उपस्थित सभी ग्रामवासियों को नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री और वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प दिलाया।
कांग्रेस नें बिगाड़ा देश का इतिहास व भूगोल: किरण माहेश्वरी
उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि भारत के इतिहास और भूगोल के साथ कांग्रेस नें खिलवाड़ किया है। 1947 में स्वतंत्रता के साथ ही भारत का विभाजन कांग्रेस की सत्ता लोलुपता और कायर नीतियों का परिणाम थी। 1962 में चीन नें भारत की हजारों किं.मी. भूमि पर कब्जा कर लिया। 1971 के युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय हुई थी। किन्तु भारत की पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान का छम्ब सेक्टर में किए गए छोटे से कब्जे को शांति के नाम पर स्वीकार कर लिया गया था। 1992 से 1997 के कार्यकाल में समझोते के नाम पर बांगलादेश को भारतीय भूभाग दे दिया गया।
किरण नें कहा कि देश के स्वर्णिम इतिहास के प्रति कांग्रेस के खिलवाड़ पर तो हजारों पृष्ट लिखे जा सकते हैं। इनके लिए राम एक काल्पनिक पात्र है। समुद्र सेतु का अस्तित्व नहीं है। महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी महानायक नहीं विद्रोही मात्र थे। देश की आजादी पर केवल कांग्रेस के एक परिवार का ही अधिकार है।
किरण नें कहा कि आज देश कांग्रेस से भ्रष्टाचार, महंगाई, अवरुद्ध विकास, रोजगार में कमी, आतंकवाद, सीमा पर मंडराते खतरे पर जवाब मांग रहा है। कांग्रेस के बड़बोले नेताओं के साथ ही अखण्ड मोन व्रती भी इतिहास और भुगोल की चर्चा में यक्ष प्रश्नों को गोल कर रहे हैं। नरेन्द्र मोदी विकास और सुशासन की राजनीति को मुख्य धारा में लाना चाहते हैं। किन्तु कांग्रेस के नेता साम्प्रदायिकता और वैमनस्य की राजनीति को छोड़ना ही नहीं चाहते हैं।
रुपये का मूल्य आर्थिक स्थिति की तस्वीर दिखाता है। अटल जी की सरकार के समय 40 रुपयों में एक डालर आता था। आज एक डालर का भाव 62 रुपया है।