पुष्कर मेले में शाही स्नान रविवार को महास्नान

tirth isnaanअजमेर। धार्मिक नगरी पुष्कर में बेकुंठ चतुर्दशी के ब्रह्म मुहुर्त में जब सैकडों साधु संतों ने शाही स्नान किया तो पुष्कर में कुम्भ जैसा माहोल हो गया। शंख की मधुर ध्वनी और सुबह की लालीमा के बीच संतों का रेला पुष्कर की आध्यत्मिक छवी को चार चांद लगा रहा था। बरसों की परम्परा के मुताबिक सेनाचार्य अचलानन्दजी महाराज, रामरमैया आश्रम के पेमारामजी महाराज ओर श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर कुशाल गिरी जी महाराज के सानिध्य में संतों ने पुष्कर के सप्त ऋषिघाट पर शाही स्नान किया। परम्पराओं के मुताबिक पुष्कर के पुरोहितों ने संतों को पुजा अर्चना करवाई। पंडित अंशुमन पाराशर ने वेदीक मंत्रोचार के साथ संतों को पुजा कराई। इससे पहले सन्यास आश्रम से संतों का कांरवा शुरू हुआ जो जैसे जैसे आगे बढा बडा होता गया। बैंड बाजों के साथ संत पुष्कर के सप्त ऋषिघाट पहुंचे। स्नान के बाद नगर भ्रमण करते हुए संतों ने प्रभु का स्मरण किया और विश्वशांति सहीत मानव कल्याण की कामना की। सेनाचार्य अचलानन्दजी ने बताया कि शाही स्नान से पापों से मुक्ति मिलती है और शरीर के सभी विकार दुर होते हैं। पेमारामजी महाराज ने बताया कि पुष्कर मेले की अवधि में सैकडों ऋषि मुनी अंतरिक्ष से पुष्कर में आकर स्नान करते हैं और मृगछाला स्नान के बाद वापस विदा हो जाते हैं। ब्रह्मा गायत्री विकास संस्थान के अध्यक्ष अरूण पाराशर, सचिव राकेश पाराशर, अशोक पाराशर, मधुसुदन भाउ, नोरतमल काबरा सहीत अनेक गणमान्य लोगों ने संतों का स्वागत किया। बाजार में भी व्यापारीयों ने संतों पर पुष्प वर्षा की। शाही स्नान के बाद संतों ने प्रसाद ग्रहण किया। साधू संतो ने इस मौके पर लोगो से बुरी आदतें छोडने का आह्वान किया। पुष्कर मेले में शाही स्नान रविवार को महास्नान अजमेर। धार्मिक नगरी पुष्कर में बेकुंठ चतुर्दशी के ब्रह्म मुहुर्त में जब सैकडों साधु संतों ने शाही स्नान किया तो पुष्कर में कुम्भ जैसा माहोल हो गया। शंख की मधुर ध्वनी और सुबह की लालीमा के बीच संतों का रेला पुष्कर की आध्यत्मिक छवी को चार चांद लगा रहा था। बरसों की परम्परा के मुताबिक सेनाचार्य अचलानन्दजी महाराज, रामरमैया आश्रम के पेमारामजी महाराज ओर श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर कुशाल गिरी जी महाराज के सानिध्य में संतों ने पुष्कर के सप्त ऋषिघाट पर शाही स्नान किया। परम्पराओं के मुताबिक पुष्कर के पुरोहितों ने संतों को पुजा अर्चना करवाई। पंडित अंशुमन पाराशर ने वेदीक मंत्रोचार के साथ संतों को पुजा कराई। इससे पहले सन्यास आश्रम से संतों का कांरवा शुरू हुआ जो जैसे जैसे आगे बढा बडा होता गया। बैंड बाजों के साथ संत पुष्कर के सप्त ऋषिघाट पहुंचे। स्नान के बाद नगर भ्रमण करते हुए संतों ने प्रभु का स्मरण किया और विश्वशांति सहीत मानव कल्याण की कामना की। सेनाचार्य अचलानन्दजी ने बताया कि शाही स्नान से पापों से मुक्ति मिलती है और शरीर के सभी विकार दुर होते हैं। पेमारामजी महाराज ने बताया कि पुष्कर मेले की अवधि में सैकडों ऋषि मुनी अंतरिक्ष से पुष्कर में आकर स्नान करते हैं और मृगछाला स्नान के बाद वापस विदा हो जाते हैं। ब्रह्मा गायत्री विकास संस्थान के अध्यक्ष अरूण पाराशर, सचिव राकेश पाराशर, अशोक पाराशर, मधुसुदन भाउ, नोरतमल काबरा सहीत अनेक गणमान्य लोगों ने संतों का स्वागत किया। बाजार में भी व्यापारीयों ने संतों पर पुष्प वर्षा की। शाही स्नान के बाद संतों ने प्रसाद ग्रहण किया। साधू संतो ने इस मौके पर लोगो से बुरी आदतें छोडने का आह्वान किया। वहीं रविवार को पुष्कर में महास्नान के साथ धार्मिक मेले का विधिवत समापन हो जायेगा और पुष्कर मेला स्टेडियम में सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रमों के साथ मेले का समापन होगा। पूर्णिमा महास्नान को लेकर प्रशासन ओर पुलिस ने भी पूरी तैयारियां कर ली है। देश भर से श्रद्धालु पुष्कर में जुटने लगे है।

pushkar पुष्कर सरोवर, मुख्य बाजारो सहित गलियों में भी श्रद्धालुओं का रेला देखा जा सकता है। मेला मजिस्ट्रेट राष्ट्रदीप यादव ने बताया कि सरोवर ओर मेला क्षेत्र में जगह जगह पटवारी नजर बनाये हुये है। सरोवर ओर ब्रह्मा मंदिर में जूते खोलने कि विशेष व्यवस्था की गई है। इस दौरान पुष्कर सरोवर में लोगों कि सुरक्षा की भी प्र्याप्त व्यवस्था कि गयी है। अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक ग्रामीण कालूराम रावत ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये शनिवार शाम से ही वनवे व्यवस्था लागू हो जायेगी। आंतकी हमले की अफवाह के चलते पुलिस अधिकारी बार बार सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे है। इससे पूर्व प्रधान वराह घाट में हुई महाआरती में हजारों देशी विदेशी श्रद्धालुओ ने सरोवर की आरती उतारी ओर धर्मलाभ प्राप्त किया। वहीं रविवार को पुष्कर में महास्नान के साथ धार्मिक मेले का विधिवत समापन हो जायेगा और पुष्कर मेला स्टेडियम में सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रमों के साथ मेले का समापन होगा। पूर्णिमा महास्नान को लेकर प्रशासन ओर पुलिस ने भी पूरी तैयारियां कर ली है। देश भर से श्रद्धालु पुष्कर में जुटने लगे है। पुष्कर सरोवर, मुख्य बाजारो सहित गलियों में भी श्रद्धालुओं का रेला देखा जा सकता है। मेला मजिस्ट्रेट राष्ट्रदीप यादव ने बताया कि सरोवर ओर मेला क्षेत्र में जगह जगह पटवारी नजर बनाये हुये है। सरोवर ओर ब्रह्मा मंदिर में जूते खोलने कि विशेष व्यवस्था की गई है। इस दौरान पुष्कर सरोवर में लोगों कि सुरक्षा की भी प्र्याप्त व्यवस्था कि गयी है। अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक ग्रामीण कालूराम रावत ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये शनिवार शाम से ही वनवे व्यवस्था लागू हो जायेगी। आंतकी हमले की अफवाह के चलते पुलिस अधिकारी बार बार सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे है।

maha aarti01इससे पूर्व प्रधान वराह घाट में हुई महाआरती में हजारों देशी विदेशी श्रद्धालुओ ने सरोवर की आरती उतारी ओर धर्मलाभ प्राप्त किया।

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