कर्नाटक से आये 35 श्रद्धालुओं ने किया गुप्त अनुष्ठान

gupt anushthan01अजमेर। पूर्णिमा के दुर्लभ पूर्णकालिक पदम योग में धार्मिक नगरी पुष्कर में कई तरह के अनुष्ठान हुये। कृतिका नक्षत्र के दुर्लभ संयोग में ऋषियों की तपोस्थली सप्तऋषि घाट में सोमवार आधी रात से एक गुप्त अनुष्ठान किया गया। यह अनुष्ठान कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के बैलगुढा गांव से आये 35 श्रद्धालुओ ने अपनी महिला गुरू अम्मा महादेवमां के सानिध्य में किया। इस अनुष्ठान को ब्रह्मा-गायत्री यज्ञ के नाम से जाना जाता है जिसका कृतिका नक्षत्र में विशेष महत्व है। लोक कल्याण ओर विश्व शांति के पवित्र उदे्श्य के साथ पुष्कर में यह 9वां अनुष्ठान किया गया। इससे पूर्व 8 अनुष्ठान पूर्ण हो चुके है जिसमें गणपति पूजा ओर नवग्रह अराधना विशेष रूप से जाने जाते है। अनुष्ठान के लिये रविवार रात से ही तैयारियां शुरू कर दी गयी। कडाके की ठंड के बीच खुले आसमान मे यह अनुष्ठान लगभग 8 घंटे तक चला। अनुष्ठान के लिये ब्रह्मा जी की पंसद कमल का विशेष पुष्प सहित अन्य सामग्री कर्नाटक से ही लायी गयी थी।

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