जयपुर। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा वित्तीय वर्ष 2013-14 में ’’पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना’’ के अन्तर्गत 6 सिन्धी लेखकों की अप्रकाशित पाण्डुलिपियों को प्रकाशन सहयोग देने का निर्णय लिया गया है।
अकादमी अध्यक्ष श्री नरेष कुमार चन्दनानी ने बताया कि अकादमी की पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना के अन्तर्गत राज्यभर के साहित्यकारों की प्राप्त पाण्डुलिपियों में से 6 श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है। इस योजना में प्रत्येक साहित्यकार को 18,000/- रू. की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
उन्होंने बताया कि चयनित पाण्डुलिपियों में जयपुर के साहित्यकार श्री भगवान अटलानी की पाण्डुलिपि – ’’जिअरी मखि’’, सलूम्बर के श्री नन्दलाल परसरमानी की पाण्डुलिपि – ’’लोक कथाअूं भाग-तीन’’, ब्यावर के श्री अर्जुन कृपलानी की पाण्डुलिपि – ’’बेनजीर रोषनी’’, बीकानेर के श्री मोहन थानवी की पाण्डुलिपि – ’’हालात’, अजमेर की श्रीमती डा0कमला गोकलानी की पाण्डुलिपि – ’’मतां करी माठि’’ एवं जयपुर के श्री कन्हैया अगनानी की पाण्डुलिपि – ’’आजादीअ जा दीवाना’’ सम्मिलित हैं।
-दीपचन्द तनवाणी
सचिव