अजमेर / कला साहित्य के प्रति समर्पित संस्था नाट्यवृंद व प्रबुद्ध मंच के तत्वावधान में आज शनिवार 14 दिसम्बर को नगर के साहित्यकारों द्वारा राजस्थानी साहित्यकार पद्मश्री डॉ. चन्द्रप्रकाष देवल का अंगवस्त्र ओढ़ाकर अभिनन्दन किया गया। यह अभिनन्दन उन्हें के.के.बिडला फाउण्डेषन द्वारा प्रतिष्ठित 23वें बिहारी पुरस्कार के लिए उनकी राजस्थानी कृति ‘हिरणा मौन साध वन चरणा‘ के चयन किये जाने पर किया गया है। गजलकार डॉ रमेष अग्रवाल ने कहा कि इस उपलब्धि से अजमेर का गौरव बढ़ा है। नाटककार उमेष कुमार चौरसिया ने बताया कि डॉ. देवल की राजस्थानी कृति को मिले इस सम्मान से मायड़भाषा का भी मान बढ़ा है। डॉ. अनन्त भटनागर ने डॉ. देवल की कृतियों पर चर्चा करते हुए उन्हें नयी पीढ़ी के लिए प्रेरक बताया। इस अवसर पर बाल साहित्यकारा गोविन्द भारद्वाज, पत्रकार संतोष गुप्ता सहित कई साहित्यकार मौजूद रहे।