

युद्धाभ्यास में रेपिड डिविजन के पन्द्रह हजार से अधिक सैन्य कर्मियों व एक सौ से अधिक आर्मर्ड वाहनों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा युद्धाभ्यास के दौरान अत्याधुनिक तोपखाना व वायुरक्षा उपकरणों का भी उपयोग किया गया। भारतीय वायुसेना ने हवाई हमलों व हेलीबॉर्न जैसे स्पेशल ऑपरेशन्स के अभ्यास के दौरान अपनी मारक क्षमता व थल सेना के साथ सामंजस्य का अपूर्व प्रदर्शन किया।
स्ट्राइक कोर के कमाण्डर लेफ्टिनेंट जनरल अमित शर्मा ने युद्धाभ्यास के दौरान अपनाई जा रही सामरिक तकनीकों का मुआयना किया और यु्द्धाभ्यास में भाग ले रहे अधिकारियों.जवानों के साथ चर्चा की।
युद्धाभ्यास के अंतिम चरण का शुक्रवार को दक्षिण कमान के जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग इन चीफ ;आर्मी कमाण्डरद्ध लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह ने मौजूद रहकर प्रतिभागी जवानों व अधिकारियों को युद्धाभ्यास में हासिल किए गए अपेक्षित परिणामों के लिए बधाई दी और इसमें भाग लेने वाले सभी अधिकारियों व जवानों की कत्र्तव्यनिष्ठा व पेशेवर पारंगतता की सराहना की।
chandan singh bhati
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