अजमेर। ‘लहर‘ पत्रिका के संम्पादक के रूप मे अमिट छाप छोडने वाले साहित्यकार एवं कवि स्वः प्रकाष जैन की 26 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर गुरूवार को सांय 5ः30 बजे पटेल मैदान स्थित इन्डौर स्टेडियम मे ‘लहर और प्रकाष‘ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। अजमेर के साहित्य प्रेमियों द्धारा सामूहिक रूप से आयोजित इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डॉ. बीना षर्मा व डॉ. अनंत भटनागर ने बताया कि आधुनिक हिन्दी साहित्य में अजमेंर से प्रकाषित होने वाली प्रत्रिका ‘‘लहर‘‘ के योगदान को पुरे देष में सराहा जाता है। यह पत्रिका 1957 में प्रकाष जैन द्धारा प्रारम्भ की गई थी। उनके द्धारा तीन दषकों तक प्रकाषित पत्रिका ‘लहर‘ को सर्वाधिक नये लेखक देने वाली पत्रिका माना जाता है। प्रकाष जैन की सम्पादक के रूप में ख्याति के साथ साथ प्रगतिषील कवि के रूप में प्रसिद्धि रही है। उनके चार काव्य सग्रह प्रकाषित हुयें है। वे राजस्थान साहित्य अकादमी की सरस्वती सभा के सदस्य भी रहें। अकादमी द्धारा उनकी स्मृति में प्रकाष जैन साहित्यिक पत्रकारिता पुरस्कार भी दिया जाता था।
उन्होनें बताया कि इस कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार हेतु भारद्धाज, पत्रकार अनिल लोढा, आलोचक राजाराम भादू व कवि प्रेमचन्द गांधी आमंत्रित वक्ताओं के रूप में भाग लेनें आयेगें।कार्यक्रम में नगर के सभी वरिष्ठ साहित्यकार एवं साहित्य प्रेमी भी स्वः प्रकाष जैन से जुडी स्मृतियों को साझा करते हुए विचार व्यक्त करेगे।
जोधपुर में 28 अगस्त, 1926 को जन्मे श्री प्रकाश जैन शहर के उन गिने-चुने साहित्यकारों में से रहे हैं, जिन्होंने अपनी पहचान देशभर में बनाई। शुरू में कलकत्ता व पाकिस्तान में व्यावसायिक संस्थानों में सेवाएं दीं और बीमा व्यवसाय भी किया। इसके बाद सन् 1957 में च्लहरज् नामक पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर साहित्य जगत में खूब नाम कमाया। वे कुछ समय तक राजनीति में भी सक्रिय रहे और समाजवादी पार्टी के जिला मंत्री रहे। उनके दो काव्य संकलन च्कभी-कभीज् व च्अंतर्यात्राज् प्रकाशित हुए। उन्होंने ओसवाल जाति के इतिहास पर भी एक पुस्तक का प्रकाशन किया।