मीरा कुमार ने लोकसभा टीवी के सीईओ को किया सस्पैंड

rajiv-mishraपूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने जाते-जाते एक ऐसा फैसला लिया है जो उनकी नीयत पर सवाल उठाता है। खबर है कि मीरा कुमार ने अपनी हार की खबर दिखाने और भाजपा नेताओं का साक्षात्कार लेने के कारण लोकसभा टीवी के मुख्य कार्यपालक राजीव मिश्र को अंतिम प्रभाव में निलम्बित कर दिया है। खबर ये भी है कि अपने कार्यकाल के दौरान मीरा कुमार अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर बाबू जगजीवन राम के नाम पर तमाम डाक्यूमेंट्री भी बनवाती रहीं हैं। इसके अलावा अपने बेटे के रिश्तेदार को लोकसभा का मीडिया को-ऑर्डिनेटर भी बनवा दिया था। अब जाते-जाते मीरा कुमार ने अंतिम फैसले में राजीव मिश्र को हटाकर अपनी हार की खबर को चलाए जाने का बदला लिया है।
मिश्र ने जवाब में मीरा कुमार पर मनमानी से निर्णय लेने का आरोप लगाया है.श्री मिश्र ने कहा कि सासाराम, बिहार से लोकसभा चुनाव हारने के बाद उसकी खबर और बाद में नरेन्द्र मोदी के भाजपा की संसदीय दल की बैठक में शामिल होने के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने की वजह से उन्हें पदविमुक्त किया गया है. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उनके साथ अन्याय हो रहा है और इसके पीछे मीरा कुमार का हाथ है. उन्हें बिना वजह बताये उनका कार्यकाल ख़त्म कर दिया गया.
उन्हें 30 मई को लोकसभा के इन्टरनेट वेब पोर्टल के ज़रिये पता चला कि उनका कार्यकाल समाप्त किया जा रहा जिसमें सिर्फ एक दिन बचा है और वो 31 मई को पदच्युत कर दिए जायेंगे. उनके अनुसार मीरा कुमार के हारने की खबर को चुनाव आयोग से पुष्टि के बाद ही दिखाया गया था न्यूज़ फ़्लैश के तौर पर. उसके बाद चैनल पर 21 मई की संसदीय भवन में हुई भाजपा की बैठक का सीधा प्रसारण करने की वजह से उन्हें पद से हटाने का निर्णय लिया गया. इसमें राजनीतिक हित साफ़ नज़र आते हैं.
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब पंद्रहवीं लोकसभा ख़त्म हो चुकी है और नए स्पीकर काचुनाव होना बाकि है तो ऐसे में मीरा कुमार कैसे उन्हें बर्खास्त कर सकती हैं. उनके पास इस समय सीमित अधिकार हैं.

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