


स्वामी आत्मदास ने आर्शीवचन देते हुये कहा कि सिन्धु सभ्यता व संस्कृति को बचाने के लिए राज्य भर में शिविर लगाये जा रहे हैं । भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा राज्य भर में ग्रीष्मकालीन अवकाश में ऐसे शिविर विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से आयोजित की जा रही है । शिविरों से ही शिवरार्थियों को अपनी संस्कृति का ज्ञान होता है। ग्रीष्मकालीन अवकाश में भाषा, गीत संगीत व नृत्य का भी ज्ञान मिलता है । यह शिविर 13 जून तक सुबह 8 से 10 बजे तक चलेगा। शिविर में दौलतराम थदाणी ने योग शिक्षा, कविता उतवाणी ने कम्प्यूटर शिक्षा के साथ सिलाई प्रशिक्षण भी दिया जायेगा । इस अवसर पर दयालदास कलवाणी, सिन्धु समिति के अध्यक्ष भगवान साधवाणी, मोहन तुलस्यिाणी, पार्षद खेमचन्द नारवाणी, मन्दिर के सेवाधारी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
(महेश टेकचंदाणी)
महनगर मंत्री,
मो. 9413691477