प्रसूता व नवजात शिशु के स्वास्थ्य का दायित्व महत्वपूर्ण – श्री देथा
महिला चिकित्सालय में मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक आयोजित- वर्ष 2014-15 हेतु बजट अनुमोदित
अजमेर। संभागीय आयुक्त श्री आर. के. मीणा ने कहा कि महिला चिकित्सालय में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत प्रसूताओं एवं नवजात शिशुओं के लिए की गई व्यवस्था का उन्हें पूरा लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि महिला चिकित्सालय में आने वाली प्रसूताओं को डाक्टरी जांच, सोनोग्राफी एवं दवाओं के लिए कोई असुविधा ना उठानी पडे।
श्री मीणा आज राजकीय महिला चिकित्सालय में आयोजित मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे। बैठक में जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा, महिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. कान्ती यादव, जे.एल.एन. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. अशोक चौधरी, डॉ. देविका चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में वर्ष 2014-15 हेतु 1 करोड 91 लाख 44 हजार रूपए के बजट का अनुमोदन किया गया।

श्री मीणा ने कहा कि महिला चिकित्सालय में सोनाग्राफी जांच की सुगम व्यवस्था, महिला वार्डो में स्वच्छता व सफाई, बाल नर्सरी में स्वच्छता के पर्याप्त इंतजाम एवं निशुल्क दवा एवं निशुल्क जांच की पुख्ता व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाना चाहिए जिससे यहां आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को असुविधा ना हो। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी से वर्ष 2014-15 महिला चिकित्सालय में विभिन्न मदों पर किए जाने वाले आय-व्यय के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट ली एवं संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने अस्पताल के उद्यानों के विकास हेतु पौधारोपण एवं अन्य व्यवस्थाओं हेतु बागवान की नियुक्ति, वार्डो में एयर कंडीश्नर की स्थिति, अस्पताल के शौचालयों में सफाई व स्वच्छता के इंतजाम एवं जननी सुरक्षा योजना, प्रसूताओं को भोजन, पैथालॉजी लैब, वार्डो में बेड व्यवस्था आदि के संबंध में भी जानकारी ली।
जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि महिला चिकित्सालय की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है, यहां प्रसूता एवं नवजात शिशु के संपूर्ण स्वास्थ्य के दायित्व को वहन करना होता है, अत: इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए की यहां प्रसूताओं एवं नवजात शिशुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना समेत विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रसूताओं एवं नवजात शिशुओं के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन योजनाओं के बारे में आमजन को जागरूक कर इनका पूरा लाभ सुनिश्चित करना होगा।
श्री देथा ने जनाना अस्पताल में प्रसूताओं के परिजनों के लिए रेनबसेरे के निर्माण को आवश्यक बताया एवं इस संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने महिला अस्पताल अधीक्षक कक्ष में सीसीटीवी मॉनिटरिंग हेतु एलसीडी डिस्प्ले टीवी लगाने की बात कही, जिससे सुगमता से सीसीटीवी को मॉनीटर किया जा सके। अस्पताल में स्वच्छता व सफाई पर चर्चा करते हुए 2 सुलभ काम्पलेक्स बनाने की बात कही एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में मेडिकेयर रिलीफ केयर सोसायटी की सचिव व महिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. कान्ती यादव ने वर्ष 2014-15 का एक करोड 91 लाख 44 हजार 104 रूपए का अनुमानित बजट प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में डिजिटल एक्सरे मशीन व ए.बी.जी. एनॉलाइजर क्रय करने, 5 एयर कंडीश्नर क्रय करने आवश्यक है। अस्पताल में उद्यानों के रखरखाव ठेके पर करवाने के लिए 5 लाख रूपए का प्रावधान बजट में रखने की बात कही एवं रेनबसेरे के निर्माण के लिए एस्टीमेट सार्वजनिक निर्माण विभाग से तैयार करवाने को कहा। उन्होंने वर्ष 2014-15 में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी को विभिन्न मदों से अनुमानित आय व व्यय का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया। जे.एल.एन. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य व राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी के उपाध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी ने महिला चिकित्सालय की चाहरदीवारी को उंचा करने एवं बाहर मौजूद अतिक्रमण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सायं 7 बजे बाद महिला चिकित्सालय से सिटी बस एवं प्राइवेट वाहन भी बंद हो जाते है जिससे प्रसूताओं एवं उनके परिजनों को खासी समस्याओं का सामना करना पडता है
बैठक में संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ मधु विजयवर्गीय, डॉ. देविका चौधरी, डॉ. दीपाली जैन, डॉ. पूर्णिमा पंचौरी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
महिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण-

संभागीय आयुक्त श्री आर के मीणा व जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने महिला चिकित्सालय राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक के बाद महिला चिकित्सालय का दौरा किया एवं अधिकारियों को दिशा-निर्देश प्रदान किए।
संभागीण आयुक्त श्री मीणा व कलक्टर श्री दैथा ने महिला चिकित्सालय के आउटडोर, महिला वार्ड, दवा वितरण केन्द्र, शिशु नर्सरी, डॉक्टर ड्यूटी कक्ष समेत अस्पताल के विभिन्न क्षेत्रें का दौरा कर स्वच्छता, सफाई, दवा वितरण, पेयजल व्यवस्था, बिजली व्यवस्था, निशुल्क जांच व्यवस्था एवं शिशु नर्सरी की गहनता से जानकारी ली। संभागीय आयुक्त श्री मीणा ने गर्मी के चलते पेयजल व ठंडे पानी के कूलर की माकूल व्यवस्था एवं कूलर व पंखों की स्थिति की जानकारी ली। कलक्टर श्री देथा ने इस अवसर पर अस्पताल के मध्य मौजूद खाली स्थान पर पार्क विकसित करने, प्रसूताओं एवं नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य हेतु स्वच्छता व सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए व्यवस्था को और भी अधिक सुदृढ करने की बात कही।