किससे करें गुहार? जहां महिला है कलेक्टर फिर भी बढ रहे मामले

दबंगों से पीडित महिला पहुंची जान की गुहार लगाने जिला कलेक्ट्रेट
दबंगों से पीडित महिला पहुंची जान की गुहार लगाने जिला कलेक्ट्रेट

टोंक के खातोली गांव में एक दलित महिला के बाड़े पर दबंगों द्वारा कब्जा कर मारपीट करने,जान से मारने की धमकियां देने का मामला सामने आया है। पीडि़ता विमला देवी आज जान की गुहार लगाने टोंक जिला कलेक्टर के पास पहुंची और ज्ञापन देकर जान की गुहार लगाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरा मामला उनियारा तहसील के खातोली गांव की निवासी दलित महिला विमला देवी की जमीन पर गांव के ही आधा दर्जन लोगों द्वारा बाड़े पर अतिक्रमण कर गांव से बेदखल हो जाने,मारपीट करने के साथ ही जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैै। पीडि़ता महिला की माने तो पीडि़ता अब तक उनियारा तहसीलदार,उनियारा पुलिस थानाधिकारी से गुहार लगा चुकी थी लेकिन दोनों के द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर महिला ने उनियारा एसीजेएम कोर्ट में इस्तगासा दायर करवाया जिस पर कोर्ट ने उनियारा पुलिस थाना धिकारी को मामला दर्ज कर जांच करने के आदेश जारी कर दिए…लेकिन एक महीने बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर जब पीडि़ता थानाधिकारी उनियारा के पास जानकारी लेने पहुंची तो उल्टे पीडि़ता को जेल में बंद करने की धमकी देकर मामला वापस लेने की नसीहत दे डाली। डरी सहमी पीडि़ता महिला आज अपनी बहन के साथ टोंक कलेक्टर के पास पहुंची और जान की गुहार लगाई है।
पीडि़ता के साथ पहुंची बहन से जब मीडिया ने बात की तो बहन भी मामले बताते सुबक पड़ी और बहन के साथ हो रहे हत्याचार पर सरकार और प्रशासन को जमकर कोसा पीडि़ता महिला की बहन ने बताया की मेरे जीजाजी तो बकरिया चराते है और कुछ मानसिक विक्षिप्त है और बच्चे भी मासूम है जो छोटे-छोटे है। आरोपी दबंग और रसूखदार है पुलिस भी उनसे मिली हुई है। शिकायत दर्ज कराने जाते है तो उल्टे हमे ही जेल में डालने की धमकियां देते है और फटकार कर भगा देते है। पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को भी शिकायत दे चुके लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से आरोपी के हौसले बुलंद हो रहे।
वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर पीएस नागा से जब पूरे मामले की बात की तो नागा ने भी कार्रवाई करने की बात कह कर इतिश्री कर ली। कहा मामले की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करवाई जाएंगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यूं तो भाजपा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गम्भीर होने के लाखों दावे कर सत्ता में आ गई हो लेकिन टोंक जिले में महिलाओं के साथ हो रहे हत्याचार,प्रताडऩा,दुष्कर्म,छेड़छाड़ हो या फिर दबंगो द्वारा गरीब महिला परिवारों की जमीनों पर कब्जे के मामले लगातार सामने आ रहे है। अब सवाल यह उठता की जिस प्रदेश की सत्ता में महिला मुख्यमंत्री हो और जिस जिले में महिला कलेक्टर हो उसमें लगातार महिलाओं के साथ बढ़ रही घटनाओं पर रोकथाम करने वाला कोई अधिकारी नजर नहीं आ रहा। पुलिस हो या प्रशासन सब रसूखदारों और दबंगों की कटपूतली बने नजर आ रहे है। आखिर कांग्रेस के बाद भाजपा में भी महिलाएं क्या सुरक्षित हो पाएंगी । यह एक बड़ा सवाल जो हर किसी के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है ।
Purushottam Joshi

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