अजमेर। जिला कलक्टर एवं अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में आज कलेक्टे्रट में आयोजित बैठक में हाल ही में सम्पन्न हुए ख्वाजा साहब के 802वें सालाना उर्स में की गई तैयारियों एवं उनमें और सुधार के लिए जहां हर स्तर पर फीडबैक लिया गया। वहीं आगामी 803वें सालाना उर्स में और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने वाले कार्यों के संबंध में चर्चा की गई।
बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री मनीष चौहान, पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र सिंह चौधरी, दरगाह कमेटी के अध्यक्ष असरार अहमद खान, दोनों अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी सहित जिला व पुलिस प्रशासन सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
श्री देथा ने कहा कि ख्वाजा साहब के उर्स में आने वाले अकीदतमंदों को अधिक से अधिक साधन-सुविधाएं उपलब्ध हों तथा प्रशासन भी अच्छे तौर पर व्यवस्थाओं को अंजाम दें सके इसके लिए सबसे सुझाव लेकर समय पर कार्यों को अंजाम देना जरूरी हैं। इसीलिए प्रत्येक विभाग के साथ-साथ 802वें उर्स में लगाए गए सभी अधिकारियों से उर्स में किए गए इंतजाम, उनमें रही दिक्कत तथा आने वाले समय में किए जाने वाले सुधार के सुझाव लिए गए। दरगाह कमेटी के सदर, दरगाह दोनों अंजुमन समितियों के पदाधिकारियों से भी सुझाव लिए गए जिससे आने वाले समय में उर्स की व्यवस्थाओं को और बेहतर व सुविधाजनक बनाया जा सके।
प्राधिकरण के आयुक्त श्री मनीष चौहान ने बताया कि प्राधिकरण की ओर से दरगाह विकास प्रोजेक्ट तैयार किया गया हंै जिसमें दरगाह के आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ कायड़ विश्रामस्थली पर भविष्य में किए जाने वाले विकास कार्याें को सम्मिलित किया गया हंै।
पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि उर्स के दौरान हर स्तर पर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था जरूरी हैं जिसमें जायरीन के साथ-साथ अजमेर के नागरिकों, खादिम तथा अन्य सभी संस्थाओं व प्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यक हैं। उन्होंने दरगाह में जायरीन की जियारत सूकुन से हो सके इसके लिए दरगाह परिसर में सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान देने को कहा तथा दस सदस्यों का एक समूह बनाने का सुझाव दिया जिसमें नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, पुलिस, दरगाह कमेटी के अधिकारी, अंजुमन के पदाधिकारी हों जो आने वाले उर्स में की जाने वाली व्यवस्थाओं में किए जाने वाले सुधार पर चर्चा कर जानकारी दें सके।
अतिरिक्त कलक्टर शहर एवं उर्स मेला मजिस्टे्रट श्री हरफूल सिंह यादव ने बताया कि हाल ही में सम्पन्न 802वें उर्स की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए उर्स में लगे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों सहित दरगाह व अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों से फीड बेक फार्म भरवाएं गए हैं जिसमें सम्पन्न हुए उर्स की व्यवस्थाओं में कमियों और आने वाले उर्स के लिए किए जाने वाले इंतजामों में सुझाव की जानकारी ली गई है जो आगामी बैठकों मेें रखा जाएगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री शरद चौधरी ने बताया कि उर्स में आने वाले प्रत्येक जायरीन का एक ही मकसद होता है कि वह आस्थाना शरीफ में अपना माथा टेक सके। परन्तु अत्यधिक भीड़ और विभिन्न सुविधाओं के अभाव में जायरीन को अनेक परेशानी उठानी पड़ती है। जायरीन की इन परेशानियों को दूर करने के प्रयास सामूहिक स्तर पर ही किए जाने होंगे।
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष श्री असरार अहमद खान ने जायरीन के ठहरने के लिए बनाई गई कायड़ विश्रामस्थली को सुविधा की दृष्टि से ओर ज्यादा विकसित करने, यहां पेयजल के लिए दस लाख लीटर का टैंक बनाने का सुझाव दिया और विश्वास दिलाया कि उर्स की और सुन्दर व्यवस्थाओं के लिए दरगाह कमेटी की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा।
अंजुमन सैयद जादगान कमेटी के महासचिव सैयद वाहिद हुसैन, अंजुमन शेख जादगान कमेटी के अध्यक्ष मोहम्म्द आरिफ तथा खादिम मुकदस मोइनी ने भी आगामी उर्स की बेहतर व्यवस्थाओं के संबंध में सुझाव दिए।
बैठक में नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी.आर. मीणा, जिला रसद अधिकारी श्री सुरेश सिंधी, उप पुलिस अधीक्षक टै्रफिक श्री राजेन्द्र सिंह, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी श्री हरीश शर्मा, अधीक्षण अभियंता जलदाय, विद्युत, पीडब्ल्यूडी, राजस्थान लोक सेवा आयोग के उप सचिव श्री भगवत सिंह राठौड़ सहित चिकित्सा, पर्यटन, पुलिस, एडीए के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में दरगाह डवलपमेंट पर प्रजेंटेशन भी दिया गया।