वसुंधरा ने किया पशुधन अनुसंधान केन्द्र का अवलोकन

003 copy002 copyबीकानेर। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे ने रविवार सायं वेटरनरी विश्वविद्यालय के कोडमदेसर स्थित पशुधन अनुसंधान केन्द्र का अवलोकन किया तथा गौवंश की साहिवाल एवं कांकरेल देशी नस्लों के उन्नयन एवं संवर्धन का कार्य देखा।
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर कहा कि वेटरनरी विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयास आम पशुपालक तक पहुंचे, इस बात को प्राथमिकता दी जाए ताकि प्रदेश के पशुपालकों को इन अनुसंधान कार्यों का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्राी ने हाइड्रोपॉनिक्स तकनीक द्वारा उत्पादित हरे चारे को देखा और उसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्राी ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पुस्तकों ‘पशुधन के लिए उपयोगी प्रमुख चारा फसलें’ और ‘पशुधन के लिए उपयोगी प्रमुख घास’ का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के मासिक पत्रा ‘पशुपालनःनए आयाम’ तथा त्रौमासिक न्यूजलेटर राजूवास के नवीनतम अंकों का भी विमोचन किया। उन्होंने कहा कि यह मासिक पत्रिका दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रा में बैठे आम पशुपालक तक पहुंचे। साथ ही उन्होंने कहा कि इसका ई-संस्करण भी प्रकाशित किया जाए।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्राी श्री यूनुस खान, खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ, पूर्व मंत्राी श्री देवी सिंह भाटी और वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ए. के. गहलोत भी मौजूद थे।
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भैरव मंदिर में पूजा -अर्चना की
001 copyबीकानेर। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे ने रविवार को बीकानेर से 26 किलोमीटर दूर स्थित जन आस्था के केन्द्र कोडमदेसर भैरव मंदिर ंमें पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश मंे खुशहाली, अच्छी बरसात और साम्प्रदायिक सौहार्द की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्राी ने मंदिर की प्राचीनता और लोकमान्यता के बारे में जाना। डॉ विश्वनाथ, पूर्व मंत्राी देवी सिंह भाटी भी मौजूद थे।
mohan thanvi

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