होमगार्डस द्वारा आयोजित आपदा प्रबंधन कार्यशाला में वक्ताओं ने रखे विचार
दो दिवसीय कार्यशाला का कलेक्टर श्री सिंह,एसपी श्री बहुगुणा ने किया शुभारंभ
दमोह / आपदाओं से निपटने के लिये सजग एवं सचेत रहना अति आवश्यक है इसके लिये हम सबको यह जानकारी होना चाहिये कि कब क्या और कैसे करना है यह बात जिले के कलेक्ट्रर स्वतंत्र कुमार सिंह ने कही। वह स्थानीय होमगार्डस कार्यालय परिसर में आयोजित आपदा प्रबंधन की दो दिवसीय कार्यशाला के अवसर पर उपस्थित स्काउट गाईड के केडिटों को संबोधित कर रहे थे। इन्होने कहा कि आज जो आपदायें हमारे सामने आ रही हैं वह प्रकृति से छेडछाड एवं दोहन का परिणाम हैं। नदियां अपना मार्ग परिवर्तित कर रही हैं आप लगातार और प्रतिदिन आपदायें आने और उसके दुष्परिणामों के बारे में सुनते ही रहते हैं। श्री सिंह ने कहा कि हम सबको सजग एवं सचेत रहकर कार्य करने एवं समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। नवीन निर्माण कार्यो को चाहे वह नगर में हो या फिर ग्रामीणांचलों में शासन एवं संबधित विभागों के दिशा निर्देशों के पालन करते हुये करना चाहिये। दमोह नगर के नागरिकों का उल्लेख करते हुये कहा कि मैने देखा है कि यहां लोगों में कार्य एवं सेवा करने के प्रति जागरूकता एवं जज्बा है जिसको इन्होने 2005 की बाढ के समय दिखला दिया था। जिला प्रशासन कभी इस ऋण को नहीं उतार सकता। अपने बचपन को याद करते हुये श्री सिंह ने कहा कि मैं भी स्काउट का केडिट रहा हुं इस समय अनेक कार्यों एवं सेवा करने का मौका मिला जो आज भी याद है।
कार्यशाला का शुभारंभ मां वीणापाणी के चित्र के समक्ष दीपप्रज्जवलन एवं माल्यापर्ण कर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह,अध्यक्ष पुलिस अधिक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने किया। मंचासीन अतिथियों एवं वक्ताओं की मान वंदना पुष्पहारों से होमगार्डस के डिस्टिक कमांडेड आई के उपनारे पुष्पहार पहनाके की। आयोजन के प्रयोजन के संबध में डा.एल.एन.वैष्णव ने बतलाया कि मध्यप्रदेश शासन की मंशा के अनुसार प्रदेश के प्रत्येक जिले में इस प्रकार के आयोजन किये जा रहे है। जिला मुख्यालय पर आयोजित यह द्वितीय कार्यशाला है जिसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों के चुनिंदा स्काउट गाईड के केडिटों को सम्मलित किया गया है। जबकि इसके पूर्व जिले की जबेरा,तेंदुखेडा,बटियागढ,पथरिया एवं हटा में एक दिवसीय आयोजन में सरपंच,सचिव,रोजगार सहायक एवं पटवारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। डा.वैष्णव ने बतलाया कि शासन की योजना है कि बर्ष भर लगातार इस प्रकार कार्यक्रम होते रहें एवं इससे समाज में एक जागरूकता एवं शासन-प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने की सोच बने। आपदाओं के विभिन्न प्रकारों को इसमें सम्मिलित किया गया है जिसमें विद्वान एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर आने वाले लोगों के द्वारा जानकारी प्रदान की जाती है।
किसने क्या कहा-
इस अवसर पर पुलिस अधिक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने आयोजन की प्रशंसा करते हुये कहा कि प्रशिक्षणार्थी इसको प्रशिक्षण के तौर पर नहीं अपितु जागरूकता एवं सहयोग करने के तौर पर लेंगे एैसा मेरा मानना है। श्री बहुगुणा ने उत्तराखण्ड की भयानक आपदा के साथ देश की अन्य आपदाओं का भी उल्लेख किया। इन्होने कहा कि नगर एवं ग्राम रक्षा समीतियों के साथ स्कूल कालेज में भी इस प्रकार के आयोजन किये जायें। प्रोफेसर डा.रश्मिी जैन ने कहा कि स्वच्छ पानी न मिलना यह भी एक आपदा ही कही जायेगी। प्रकृति हमें लगातार चेतावनी देती रहती है और न समझने पर वह दंडित भी करती है हमें समझना और सोचना चाहिये । इन्होने कहा कि छोटी छोटी चूकें भी बडी आपदा एवं विपत्ती का कारण बन जाती हैं। आपने रसायनिक आपदाओं के कारण एवं निपटने के कारणों को विस्तृत रूप में प्रस्तुत किया। डा.छबि नाथ तिवारी ने कहा कि हमें आपदाओं की प्रतिक्षा नहीं करना है अपितु सजग एवं सचेत रहकर कार्य करना है। आपदा हमारी परीक्षा लेती है वह बुद्धि,धन,संगठन एवं शक्ति सबको परखती है हम सबको यह सोचना चाहिये। इन्होने कहा कि संपर्क,सहयोग एवं साधन तीनों की त्रिवेणी किसी भी आपदा से निपटने में सहायक हो सकती है। सैनिक चेनसिंह ने बाढ एवं पानी में डूबते व्यक्ति को कैसे बचाना चाहिये विस्तृत रूप से समझाया। तीन चरणों में बांटते हुये कुशल तैराक ,अकुशल तैराक एवं जो तैरना नहीं जानते कैसे कार्य कर सकते हैं बतलाया। वहीं सिटी कोतवाली में पदस्थ इंस्पेक्टर अंजली उदेनिया ने कहा कि अति उत्साह की जगह होश में रहकर सजगता से कार्य करना चाहिये। वहीं अपराधों के रोकथाम में कैसे लोग सहायता कर सकते हैं यह भी बतलाया।
यह रहे उपस्थित-
सिविल सर्जन डा.गिरीश जैन,स्काउट गाईड जिला सचिव गगन कनौजे,बीएल रोहित,ऋषि उपाध्याय,श्रीमती संगीता पांडे,आरएम डिम्हा,सुदेश युसुफ,हिरोसिमा राही सहित होमगार्डस के जवानों की उपस्थिति रही। आभार होमगार्डस कमांडेड आई के उपनारे एवं मंच का सफल संचालन डा.एल.एन.वैष्णव ने किया।
