
ब्यावर (हेमंत साहू)। प्रदेश व शहर में पिछले 7 सर्दी दिनो दिन बढ़ रही है। इसलिए जाहिर है कि कड़कड़ाती ठंड में नववर्ष 2015 का आगमन होने के आसार साफ दिखाई दिया। उत्तर भारत से रही बर्फीली हवाओं के कारण समूचा क्षैत्र शीतलहर की चपेट में है। ठंड के चलते जन-जीवन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। सुबह देर तक बाजार में सन्नाटा पसरा रहता है। शाम होते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते है। हालांकि बीते दो दिन से सुबह कोहरा तो नहीं रहा, लेकिन कड़ाके की ठंड के सामने दिन भर धूप भी अठखेलिया खेलती हुई घुजणी का अहसास करा रही है। शीतलहर के चलते दिन और रात दोनों का तापमान तेजी से गिर रहा है। गुरुवार को स्थिति यह थी कि शीतलहर के आगे धूप भी बेअसर रही। दिन में भी शीत लहर चलती रहने के कारण आमजन दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे नजर रहे थे। बढ़ रही सर्दी गरीबों के लिए भी चिंता भी बढ़ा रही है।
दिल के मरीज रखें ख्याल:- पारा गिरने के साथ दिल के मरीजों की दिक्कत बढऩे लगी है। चिकित्सकों के अनुसार सर्दी के मौसम में खून गाढ़ा होने से रक्त का संचार सही तरीके से नहीं हो पाता। ऐसे में दिल के रोगियों को सावधानी बरतने की जरूरत होती है। डायबिटीज का फास्टिंग लेबिल 110 के नीचे और खाना खाने के बाद का 180 के नीचे रहना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को 40 साल की उम्र के बाद रक्तचाप की जांच कराते रहना चाहिए। नार्मल ब्लड प्रेशर 120 से 80 होना चाहिए 150 या 90 से ऊपर होने पर खतरा होता है।
दो दिन रहेगा पुष्य नक्षत्र, पुत्रदा एकादशी से हुई नववर्ष की शुरुआत
ब्यावर (हेमंत साहू)। नए साल 2015 के पहले सप्ताह में हर दिन अलग-अलग शुभ योग रहेंगे। साल की शुरुआत केवल बृहस्पति के आधिपत्य वाले दिन गुरुवार से हुई है, बल्कि इस दिन एकादशी भी थी। पौष माह की इस एकादशी को पुत्रदा एकादशी भी कहते हैं। इन सात दिनों में पुष्य नक्षत्र योग भी शामिल है, जो दो दिन रहेगा। इसमें की गई खरीदारी को समृद्धिदायक माना जाता है। ज्योतिषविदों के अनुसार दो जनवरी को प्रदोष है। इस दिन लोग व्रत रखकर शिव पूजा करेंगे। शिव पूजा के लिए प्रदोष को सर्वश्रेष्ठ योग माना गया है। इसके बाद तीन जनवरी को सूर्योदय से अगले दिन सुबह 7:18 बजे तक अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग एक साथ रहेंगे। फिर चार जनवरी को व्रत पूर्णिमा रहेगी। इसे शाकंभरी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन शाकंभरी नवरात्र का समापन होगा। अगले दिन स्नान-दान पूर्णिमा रहेगी। इसी दिन से माघ स्नान प्रारंभ होगा। इसके बाद छह जनवरी को सुबह 10:52 बजे पुष्य नक्षत्र योग प्रारंभ होगा, जो अगली दोपहर 12:58 बजे तक रहेगा। इस नक्षत्र के चलते की गई खरीद फरोख्त लाभदायक रहेगी। माह के दूसरे सप्ताह का शुभारंभ तिल गणेश चौथ से होगा। यह भी शुभ दिन है।