
आज भारतीय राजनीति मे नया मोङ आ रहा है आज से कुछ महिनो पहले जो दशा काॅग्रेस की हो रही थी वो आज भाजपा की हो रही है ईस प्रकार भाजपा की बुरी हार के मुख्य रुप से दो ही कारण है एक तो यह कि भाजपा अपने किसी भी निष्ठावान और वफादार नेता एवं कार्यकर्ताऔ को कभी किनारे कर सकती है कई एक ही रात मे आकर टिकिट पा लेते है और मुख्यमंत्री के दावेदार भी बन जाते है ईससे पुराने नेता व कार्यकर्ता हताश होते है क्योकि यदि ऐसै ही होता रहा तो लम्बे समय तक पार्टी मे निष्ठा से कार्य कौन करेगा । दूसरा कारण यह है कि लोकसभा चुनावो मे भाजपा ने कालेधन का मुद्दा जोर से उठाया था लेकिन सत्ता मे आने पर वही भाषा बोलने लगे जो काॅग्रेस बोल रही थी ईसका भी कारण है कालाधन सबसे अधिक मुकेश अम्बानी का है और उसके खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत मोदी मे भी नही है कोई भी पीएम बने लेकिन मुकेश अम्बानी के खिलाफ कुछ नही करेगा ईस कारण दिल्ली वासियो ने विश्वास नही किया ।
यदि राजस्थान, एमपी, महाराष्ट्र आदि चुनावो की बात करे तो वहाँ काँग्रेस से नाराज तो थे ही और भाजपा से बेहतर लोगो के पास कोई विकल्प नही था ईसी लिये भाजपा जीती लेकिन दिल्ली मे आप जनता के पास एक बेहतर विकल्प था ईसलिये आप भारी बहुमत से विजय हुई ।
आने वाले वर्षो मे आप का प्रभाव पङौसी राज्यो मे भी देखने को मिलेगा और राजस्थान के संदर्भ देखा जाये तो कई भाजपा के कार्यकर्ता नेताऔ से नाराज है लेकिन वो मन मारकर बैठे है और काँग्रेस के कार्यकर्ता डुबती जहाज से बाहर आना चाहते है ऐसे मे आप का आगमन राजस्थान मे होता है तो वो अगले चुनाव मे भाजपा, काँग्रेस को टक्कर देगी ।
-गजेसिंह राठौङ
राजनैतिक विश्लेषक