राष्ट्रीय पल्स पोलियों अभियान 22 फरवरी सेः जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित

अजमेर। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार ने कहा कि पोलियो की बीमारी खत्म होने के कगार पर है, इस बीमारी को पूर्णतः समाप्त करने हेतु सजग होकर शत-प्रतिशत लक्ष्यों को प्राप्त करने की आवश्यकता है।
श्री कुमार आज जिला कलेक्टेªट सभागार में आगामी 22 से 24 फरवरी तक आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान संबंधी जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत तीन वर्षो में पूरे भारत में एक भी पोलियो का केस ना मिलना इस बात का द्योतक है कि इस बीमारी से बच्चों को सुरक्षित करने हेतु संवेदनशील होकर कार्य किया गया है। जिले में 22 फरवरी से आयोजित तीन दिवसीय पल्स पोलियों अभियान के दौरान बूथ पर ज्यादा से ज्यादा बच्चों को दवा पिलाकर अभियान की सफलता सुनिश्चित करने हेतु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, स्वयंसेवी संस्थाएं आदि सजग होकर कार्य करे।
उन्होंने कहा कि यदि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित रह जाता है तो बच्चे को मानसिक असंतुलन, लकवा व शरीर के किसी भाग में कमजोरी की संभावना बन जाती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ अभिभावकों व प्रत्येक नागरिक का कत्र्तव्य है कि वह बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक अवश्य पिलाए। इस अवसर पर उन्होंने तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग व अन्य विभागों के दायित्वों की समीक्षा की एवं दिशा-निर्देश प्रदान किए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश खत्राी ने बताया कि राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले में 22 फरवरी को 0-5 वर्ष के सभी बच्चों को पोलियों रोग से सुरक्षित करने हेतु विभिन्न बूथों पर दवा पिलाई जाएगी। जिले के सभी आठों ब्लाॅक में लक्षित 0 से 5 वर्ष के 4 लाख 61 हजार 81 बच्चों को 2041 बूथों पर दवा की खुराक पिलाई जाएगी। इस प्रकार प्रथम दिन 75 प्रतिशत बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है, इसके बाद शेष रहे 25 प्रतिशत बच्चों को विभिन्न मोबाइल टीम के माध्यम से अगले दो दिनों में घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रामलाल चैधरी ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के तहत बूथ पर प्रातः 9 से सांय 5 बजे तक पोलियो रोग से बचाव हेतु खुराक पिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अतिसंवेदनशील क्षेत्रा जैसे कच्ची बस्तियों, कंस्ट्रक्शन साइट्स, घूमन्तू परिवार, खदान श्रमिक क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिले के चिन्ह्ति संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाएगी जिससे कोई बच्चा खुराक से वंचित ना रहे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कुमार ने राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनका अधिकाधिक सहयोग लेने की बात कही। साथ ही उन्होंने चिकित्साधिकारियों, आशा सहयोगिनी, मोबाइल टीम, नर्सिंग स्टाॅफ, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं व कर्मचारियों को अभियान के दोरान संवेदनशील व सजग होकर निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने को कहा।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लक्ष्मण हरचंदानी, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास प्रियंका जोधावत, इनरव्हील क्लब की श्रीमती मंजू तोषनीवाल, रोटरी क्लब के श्री दीपक अग्रवाल, नर्सिंग काॅलेज के प्रतिनिधि, सेंट फ्रंासिस अस्पताल के प्रतिनिधि, ब्लाॅक सीएमएचओ, पीएमओं समेत कई अधिकारी मौजूद थे।