महासती जी 1007 यशकवर जी म.सा.का देवलोक गमन

mahasatiनसीराबाद // भारत कोकिला, मेवाड़ सिंहनी, श्रमण संघ शिरोमणि  महासती जी 1007 यशकवर जी म.सा.का देवलोक गमन आज  98 वर्ष की उमर में हो गया । जिनशासन को चमकाने वाला अनमोल रत्न हमारे बीच में से उठ गया । समस्त मेवाड भर में ही नही पुर्ण जैन समाज में जिनकी ख्याति रही है कि आज संयम साधना मे लीन त्यागी तपस्वी महासती श्री यशकंवर जी म.सा को संथारा प्राप्त हुआ।
सम्पूर्ण जैन जगत पर उनकी अपार कृपा बरस रही थी । जो भी उनके चरणों में आता उनका ही बन कर रह जाता । 98 वर्ष की उमर मे भी तपस्या करते , तपस्या का तेज उनके मुख मंडल पर सदा झलकता रहा । उनके जीवन के बारे में ,उनके कार्यो को पुरे ग्रन्थ में लिख दे तो भी पूर्ण नही होगा ।
आज वे हमारे बीच नहीं रहै ओर हम उनके सानिध्य में वंचित हो गये है । मंगल करणी जय यश गुरुणी जिनशासन को चमकाने वाला अनमोल रत्न हमारे बीच में से उठ गया ।
शेवताम्बर जैन श्रावकसंघ बीगोद के मंत्री महावीर बाफना ने बताया की यश कंवर जी महारासा का देव लोकगमन हो गया है उनकी अंतिम यात्रा कल गुरुवार सुबह ९ बजे निकाली जायेगी। इस बीच राजस्थान के सभी एवं देश के अन्य भागो में जैसे जैसे समाचार पहुंच रहे हैं, जैन धर्मालुओ ने बीगोद पहुचना शुरू कर दिया हैं ।
वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ नसीराबाद द्वारा भारत कोकिला, मेवाड़ सिंहनी, श्रमण संघ शिरोमणि  महासती जी 1007 यशकवर जी म.सा. के  देवलोक गमन पर समाज में शोक की लहर दौड़ गयी  वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ नसीराबाद के अध्यक्ष निहालचंद पोखरणा ने कहा की आज वे हमारे बीच नहीं रहै ओर हम उनके सानिध्य में वंचित हो गये है । मंगल करणी जय यश गुरुणी जिनशासन को चमकाने वाला अनमोल रत्न हमारे बीच में से उठ गया । हमारी कामना है की उनकी आत्मा सिद्ध गति को प्राप्त करें।
ASHOKA JAIN

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