वक्त्त का अपना तकाजा

n modi 17ख़ुशी की पहचान का कोई होल-मार्क नहीं होता,
पर गम तो आई एस आई की अपनी प्रोडक्ट है |
ख़ुशी की न कहीं तलाश कर,
वह सब तो मोदी के पास है, हर आम को कैसे मिलेगी बाज़ार बहुत ऊँचा है|
सब का साथ सब का विकास यह मंत्र उनके पास है,
इस मंत्र के सहारे चीन को झुला दिया,
ओबामा को भुला दिया, जापा, चीन, फ्रांस,
इनकी क्या बिसात है,
कनाडा को गुलाम बना लिया,
आप खाम खां क्यों उदास हैं
किसान मर रहा, गरीब मर राह तो मरे,
हर कॉरपोरेट तो अमर है,
गरीबी झुलस कर अपने आप मर जायगी,
अमीरी का बाजार बहुत गरम है

जी वी आज़ाद

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