तीर्थनगरी पुष्कर की सौंदर्य के नाम पर किस तरह ए डी ए दुर्दशा कर रहा हे यह आप खुद देख रहे हो फिर भी न जाने क्यो स्थानीय जनप्रतिनिधि और जनता चुप बेठी हे करोड़ो रूपये विकास के नाम पर आ रहे हे लेकिन यह कहा जा रहे हे किसी को कोई पता नही ।ऐसा लग रहा हे की पुष्कर का विकास कम ए डी ए प्रशासन और जनप्रतिनिधि यह रुपया अपने विकास में लगा रहे हे अब तक ए डी ए द्वारा करवाये गए सारे विकास कार्यो ने दम तोड़ दिया तोड़ेंगे क्यो नही लीपापोती से जो कार्य हो रहे हे अगर कोई ए डी ए के खिलाफ आवाज उठाये या शिकायत करे तो अपने ही लोग इनके हिमायती बनकर खड़े हो जाते हे जिसके चलते इन भृष्ट अधिकारियो के खिलाफ आज तक कार्यवाही नही हो पाई और वर्षो से एक ही सीट पर जमकर अपने विकास कार्य करने में लग रखे हे अब आप खुद ही एक और इनका घोटाला देख लीजिये चार माह पूर्व पुष्कर प्रवेश द्वार से रामधाम तिराये तक बनाये गए 48 लाख के फुटपाथ एक बरसात में जवाब दे दिए ।घटिया निर्माण सामग्री से बने फुटपाथ पानी के तेज बहाव को सहन नही कर सके और मिटटी में धराशायी हो गए और सड़को पर टूटकर बह गए।जो फुटपाथ लोगो की सुविधा और पुष्कर सौंदर्य के नाम पर बनाये वो आज दुखदायी बन गए ।फुटपाथ निर्माण में हजारो पेड़ो की भी बलि चढ़ा दी ।ए डी ए द्वारा आये दिन पुष्कर में सौंदर्य और विकास के नाम पर दुर्गति करने के बावजूद कोई भी जनप्रतिनिधि और प्रशासन के आला अधिकारी चुप बेठे हे तो इसका मतलब साफ ही हे की इसमें भी इनकी भूमिका कही न कही होगी तभी तो ए डी ए के अधिकारी आये दिन पुष्कर का विकास के नाम पर दुर्गति कर अपना विकास करने में लग रखे हे।सबसे आश्चर्य की बात तो यह की गत दो वर्षो में ए डी ए के द्वारा करवाये गए कार्यो का एक भी जनप्रतिनिधि और आला अधिकारियो ने आकर निरीक्षण नही किया। जबकि स्थानिय लोगो ने कई बार इसकी शिकायत भी कर दी अब जब सभी इसमें शामिल हो जाये तो इनसे विकास की उम्मीद करना बेकार हे ।
अनिल पाराशर संपादक बदलता पुष्कर
