1. वार्ड 49 जनरल सीट होने के बावजूद ऐन मौके पर ओ.बी.सी को टिकिट दे दिया गया । क्यों ?
2. साकेत गर्ग का परिवार 3 पीढ़ी से कांग्रेस की सेवा कर रहा है, साकेत ब्लॉक स्तर का पदाधिकारी है, जबकि सामने वाला कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में आया है क्या सामने वाले के पास कांग्रेस की एक भी मीटिंग में शामिल होने का कोई रिकॉर्ड है ! साकेत के पिता निर्मल कुमार गर्ग भी कांग्रेस पार्टी में राज्य स्तर के पदो पर रहे हैं । फिर साकेत गर्ग का टिकिट क्यों काटा गया ??
3. वार्ड के वोटर छोड़ो वार्ड के पुराने काँग्रेसी तक कांग्रेस के अधिकृत प्रतीयशी का क्या घोषणा से पहले नाम तक जानते थे । फिर साकेत गर्ग का टिकिट क्यों काटा गया ??
4 . ब्लॉक कांग्रेस को जो आवेदन प्राप्त हुए उसकी सूची में केवल साकेत गर्ग और विश्वास तंवर का ही नाम था नवज्योति में सूची छप चुकी है । जब ब्लॉक स्तर पर ही आवेदन प्राप्त नहीं हुआ तो ऊपर से टिकिट कैसे टपका ।
5. 4 अगस्त को एक दैनिक अखबार में कांग्रेस की संभावित उमीदवारो सूची में वार्ड 49 से केवल साकेत गर्ग का ही नाम था ।
6. जिसे टिकिट दिया गया उसका नाम एक बार भी किसी भी समाचार पत्र में क्या किसी ने किसी भी सूची में पढ़ा भी था ??
7. 4 अगस्त को रात तक साकेत गर्ग का टिकिट पक्का था उन्हें संकेत थे की पूरी तैयारी रखें, जयपुर के सूत्रों ने भी इस बात को पुख्ता किया था । देर रात एक बजे तक उनके घर के बाहर समर्थको का जमवाड़ा लगा हुआ था ।
क्या साकेत गर्ग किसी गुटबाजी के शिकार हुए हैं या फिर किसी व्यक्ति के लालच विशेष को पूरा न कर न कर पाने के कारण टिकिट कटा ??
Puneet Singh
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