मसाणियां भैरव धाम के उपासक चम्पालाल महाराज के आशीर्वाद से ही धर्मेन्द्र गहलोत मेयर बने हैं। गत 21 अगस्त को जब मेयर का चुनाव हुआ तब गहलोत और प्रतिद्धंदी उम्मीदवार सुरेन्द्र सिंह शेखावत को 30-30 मत प्राप्त हुए, लेकिन जब तकदीर की पर्ची निकाली गई तो धर्मेन्द्र गहलोत मेयर बनें। हालाकि प्रतिद्धंदी उम्मीदवार शेखावत का आरोप रहा कि पहली बार पर्ची उनके नाम की निकली थी लेकिन सत्ता के दबाव की वजह से दूसरी बार पर्ची निकाली गई जिसमें गहलोत को मेयर घोषित किया गया। मेयर के चुनाव के दिन गहलोत की पत्नी श्रीमती हेमा गहलोत भी निगम परिसर में ही उपस्थित रहीं। गहलोत की घोषणा के बाद श्रीमती गहलोत ने कहा कि उन्होंने सुबह से जल की एक बूंद भी ग्रहण नहीं की हैं और अब वे सीधे निकटवर्ती राजगढ़ गांव में स्थित मसाणियां भैरव धाम पर जाएंगी और उपासक चम्पालाल जी महाराज के हाथों से ही जल ग्रहण करेंगी। श्रीमती गहलोत ने कहा कि चम्पालाल जी के आशीर्वाद से ही मेरे पति मेयर बनें हैं। धर्मेन्द्र गहलोत जिन विपरित परिस्थतियों में मेयर बने उसे चमत्कार ही कहा जाएगा।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511
