राजेश टंडनकारवां गुजर गया गुबार देखते रहे की तर्ज पर माननीय मुखोप्धाया जी औऱ महामना अजीत सिहं जी अजमेर को क्या दे गये आनंदपाल सिहं फरारी प्रकरण में दोनों ऐसे आये जैसे कोई साईड सींग के लिये आता है घूम फिर कर भाई बन्धों के साथ लंच खा कर चला जाता है ,ये तो अधिकारीयों के मेले खेले है ना तो प्रेस को कुछ बताने को औऱ ना शहर को कुछ बताने को था जनहित की बात कह कर प्रेस को कर दिया चित औऱ पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारी मुखोप्धाया जी की हैसियत जानते ही है कि he is good for nothing only रोटी रामा , पूरे पांच दिन बाद आये जैसे आये थे तेरी दीद को बेदीद हो गये औऱ चौखट को तेरी चूमा औऱ शहीद हो गये। राजेश टंडन वकील अजमेर