तकनीकी अधिकरियों की तीन दिवसीय कार्यषाला संपन्न

नो जिलो की 26 पंचायत समितियों के 104 तकनीकी अधिकारियों ने लिया भाग

आईपीपीई प्रोजेक्ट के तहत जिला परिषद सभागार में प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए तकनीकी अधिकारी।
आईपीपीई प्रोजेक्ट के तहत जिला परिषद सभागार में प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए तकनीकी अधिकारी।
अजमेर 09 सितम्बर। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत ग्रामीणों को दी जाने वाली व्यक्तिगत राहत पहंुचाने के उद्देष्य से सघन सहभागीता अभ्यास योजना के तहत अजमेर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे नो जिलों की 26 पंचायत समितियों के 104 तकनिकी अधिकरियों की आईपीपीई प्रोजेक्ट के संचालित तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन बुधवार को जिला परिषद सभागार में तकनीकी अधिकरियों के प्रशिक्षण दल द्वारा तैयार की गयी सर्वे रिपोर्ट की विभागीय समीक्षा के साथ संपन्न हुआ।
जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार चौहान ने बताया कि आईपीपीई प्रोजेक्ट की कार्यशाला के अन्तिम दिन बांदनवाड़ा ग्राम पंचायत के रामेश्वरपुरा, भगवानपुरा, सूरजपुरा, बगराई, हाथीपुरा गांव की फिल्ड विजिट करवाकर पायलट सर्वे की रिपोर्ट पर में पंचायती राज विभाग अधिशाषी अभियंता अरविंद सक्सेना एवं जिला स्तर कार्यरत अधिकारियो द्वारा समीक्षा की गयी। अधिशाषी अभियंता, मनरेगा एनके टांक ने सर्वे दलों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए पांचो गांवों की समस्या के लिए महात्मा गंाधी नरेगा योजनान्तर्गत कार्य योजना तैयार करवाकर राहत पहंुचाने का आश्वासन दिया। वहीं भिनाय पंचायत समिति विकास अधिकारी संजीव माथुर ने रामेश्वरपुरा, भगवानपुरा, सूरजपुरा, बगराई, हाथीपुरा गांवों की समस्याओं की सर्वे कराने एवं सभी तकनिकी अधिकरियों द्वारा किये गये सवालों के जवाब देकर संतुष्ठ किया। नो जिलों से आए 26 पंचायत समितियों के 104 तकनिकी अधिकारियों ने जिला परिषद सभागार में तीन दिनों तक आईपीपीई प्रोजेक्ट के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया। अजमेर जिला परिषद सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टांेक, करोली, सवाई माधोपुर, बांरा, झालावाड़ एवं कोटा जिलों के 104 तकनिकी अधिकरियों ने भाग लिया।
(विकास जादम)
जिला समन्वयक, आईईसी
जिला परिषद अजमेर
9530300419, 9829357770

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