गांव का विकास ही सच्चा विकास, खुले में शौच से मुक्ति एवं सभी को शिक्षा का आह्वान
म.द.स.विश्वविद्यालय ने गोद ले रखा है मोहामी गांव
अजमेर, 6 अक्टूबर। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने कहा कि देश को तरक्की के पथ पर अग्रसर करने के लिए गांवों का विकास अतिआवश्यक है। गांव के बच्चे पढ़ लिखकर ऊंचे पदों पर बैठें, विकास में सहयोग करें तभी देश की तस्वीर बदलेगी। सरकार गांव की खुशहाली के लिए बहुत कुछ कर रही है लेकिन इस कार्य में ग्रामीणों को सक्रिय सहयोग करना होगा। गांव के लोग प्रत्येक तीन महीने में एक साथ बैठें, बच्चों की शिक्षा, सफाई, शौचालय निर्माण, नशामुक्ति और जुए सट्टे की खिलाफत सहित सड़क, पानी एवं बिजली आदि समस्याओं के लिए चर्चा कर उसके समाधान का प्रयास करें। यह तरीका इतना कारगर सिद्ध होगा कि मात्रा एक साल में गांव की तस्वीर बदली हुई नजर आने लगेगी।
राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने आज महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव मोहामी में ग्रामीणो ंको संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मैं भी किसान का बेटा हूं , खेती की है और मुझे पता है कि किसान के पैर में जब बिवाई फटती है तो उसे कितना दर्द होता है। देश की आजादी को कई दशक हो गये लेकिन हमारे ग्रामीण क्षेत्रा अभी भी पिछड़े हैं। हालांकि सरकार तेजी से ग्रामों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है लेकिन ग्रामीणों को स्वयं ही आगे आना होगा। गांव उठेगा तभी देश उठेगा। गांव से अशिक्षा, बीमारी और बुरी आदतों को दूर करना होगा, ग्रामीण परस्पर एक दूसरे के सहयोगी की भूमिका निभाएं, बेटे-बेटियों की शिक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं बरतें तो मात्रा 15 सालों में देश की तस्वीर बदल जाएगी।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि देश में गरीबी का बड़ा कारण बेरोजगारी है इसे दूर करना होगा। कौशल विकास केन्द्रों में नौजवानों को टेªनिंग दी जा रही है । यह एक बहुत अच्छा प्रयास है। हाथ को काम मिलेगा तो जेब में दाम होगा और आंगन में खुशहाली आएगी। देश की 70 प्रतिशत से ज्यादा जनता गांवों में रहती है। सरकार इस ओर ध्यान दे रही है।
उन्होंने कहा कि गांवों के बच्चे नौकरी लग भी जाएं तो वह उच्च पदों पर नहीं पहंुचते । इसका कारण है ग्रामीण क्षेत्रों मंे शिक्षा-दीक्षा की कमी । इस अवस्था में सुधार करना होगा। गांव का बच्चा जब कलक्टर बनेगा तो उसके दिल में गांव के विकास के दर्द होगा। ग्रामीणों को यह संकल्प करना चाहिए कि उनके गांव का कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नही रहेगा। यही देश सेवा भी है। वर्तमान में इस दिशा में काफी प्रयास हो रहे है। लेकिन ग्रामीणों को भी इसमें सक्रिय सहयोग करना चाहिए।
राज्यपाल ने केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांवों में महिलाओं की 60 प्रतिशत बीमारी का कारण पेट की खराबी और शौचालय का नही होना है। महिलाएं शौच के लिए अंधेरा होने का इंतजार करती है। यह स्थिति उन्हें बीमार बनाती जाती है। साथ ही खुले में शौच उनके लिए शर्मिंदगी का कारण भी है। महिलाओं के स्वास्थ्य और सम्मान के लिए घर में शौचालय होना आवश्यक है। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को प्रतिदिन नहला-धुलाकर स्कूल भेजे ताकि उसमें किसी तरह की हीनभावना ना आए और देश का एक सुयोग्य नागरिक तैयार हों। ग्रामीणों को यह सब जिम्मेदारी स्वीकार करनी होगी तभी उनका गांव आदर्श गांव बनेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि ग्रामीणों को अपने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्रा में आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा और बाल विवाह को हतोत्साहित करने के लिए नया नारा “पहले पढ़ाई- फिर विदाई“ देते हुए कहा कि ग्रामीण अपने बच्चों को पढ़ाएं तभी ग्रामीण विकास की अवधारणा मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि देश की आत्मा गांवांे में बसती है । गांव का विकास ही देश का विकास है । उन्होंने महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय से इसी तरह और भी गांव गोद लेकर उनका विकास करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह एक अनूठा प्रयास है। राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के विकास के लिए पूरी गंभीरता से प्रयास कर रही है। इस वर्ष 9 लाख नामांकन बढ़े है। सरकार ने बच्चों को उनके घर के पास ही पूरी स्कूली शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक स्कूल को कक्षा एक से 12 तक कर दिया है।
उन्होंने मोहामी में विद्यालय क्रमोन्नत की ग्रामीणों की मांग पर कहा कि आप विद्यार्थी बढ़ाओं मैं स्कूल क्रमोन्नत कर दूंगा। राज्य सरकार इस साल ढ़ाई लाख अधिक बच्चियों को स्कूल आने जाने के लिए साईकिल देगी।
विधायक सुरेश रावत ने राज्यपाल, शिक्षा राज्य मंत्राी का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के प्रयासों से मोहामी में स्कूल की तस्वीर बदल गई है । यह एक अनूठा प्रयास है। राज्य सरकार भी गांव के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश में गांवों का सर्वागीण विकास हो रहा है। आने वाले कुछ समय में प्रदेश में गांवों का अभूतपूर्व विकास होगा।
कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल के विशेषाधिकारी श्री अजय पांडेय, जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक, श्रीनगर प्रधान श्रीमती सुनीता रावत, सरपंच आरती देवी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। शौचालय निर्माण करवाने वाले 20 ग्रामीणों को सहायता राशि के चैक भी वितरित किए गए। विधायक श्री सुरेश रावत के साथ ग्रामीणों ने 51 किलो फूलों की माला से राज्यपाल का स्वागत किया। इससे पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह एवं अतिथियों ने गांव में चल रहे सिलाई केन्द्र का अवलोकन भी किया। संचालन डाॅ. रितु माथुर ने किया।
स्वच्छ अजमेर – स्वस्थ अजमेर हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ
अजमेर 6 अक्टूबर। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ अजमेर-स्वस्थ अजमेर हस्ताक्षर अभियान की भी शुरूआत की। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर बड़े फ्लेक्स पर स्वच्छता की प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर किए। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी, विधायक सुरेश रावत एवं अन्य अतिथियों सहित ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर स्वच्छता की प्रतिज्ञा ली।