मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे हैं गम्भीर प्रयास

अजमेर 26 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि अजमेर संभाग में मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। संभाग के सभी जिलों में ब्लाॅक स्तर पर रेपिड रेस्पोंस दलों का गठन किया गया है, जो तत्परता से कार्य कर रही हंै। यह दल अपने -अपने स्तर पर स्वाईन फ्लू, मलेरिया, डेंगू व स्क्रब टाईफस इत्यादि मौसमी बीमारियों के मरीजों के निवास स्थान की जानकारी जुटाने का कार्य कर इसकी जानकारी जिला स्तर पर सर्वे, फालोअप आदि गतिविधयों के लिए दे रही हैं।
विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. गजेन्द्र सिंह ने बताया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए जनवरी 2015 से अब तक संभाग स्तर पर जिलाधिकारियों के साथ 15 बैठकें आयोजित की गई जिसमें जिलाधिकारियों एवं संस्थान प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के लिए पाबन्द किया गया।
मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए जनवरी 2015 से अब तक संभाग के चारों जिला मुख्यालय एवं उपखण्ड स्तर पर चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों, सेक्टर सुपरवाईजर, एलएचवी, एएनएम, जीएनएम, एमपीडब्ल्यू इत्यादि कार्मिकों की 16 बैठकें आयोजित की गई। इन बैठकों में सम्मिलित चिकित्सा कार्मिकों को मौसमी बीमारियों के लक्षण एवं बचाव की विस्तृत जानकारी दी गई। इसे गंभीरता से नहीं लिए जाने पर संबंधित कार्मिकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को मौसमी बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के प्रति आम नागरिकों को जागरूक किए जाने के लिए प्रचार-प्रसार किए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। पेम्पलेट्स होर्डिंग इत्यादि लगाए जाकर समय-समय पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। क्षेत्राीय एएनएम व आशा सहयोगिनियों के माध्यम से मौसमी बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के उपाय की जानकारी आम जनता को दी गई।
इसी तरह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को गत वर्ष में पाए गए मरीजों को दी गई दवाओं का तीन गुणा अधिक मानते हुए इनकी उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु दिशा-निर्देश दिए गए। निदेशालय द्वारा संभाग में हर सीएचसी को फोगिंग मशीनें आवंटित कर दी गई है। इनके संचालन हेतु संभाग स्तर पर पूर्व प्रशिक्षितों के अतिरिक्त 48 कार्मिकों को प्रशिक्षित किया गया है।
उन्होंने जानकारी दी कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने अधीन खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा लैब टेक्निशियन एवं आशा को प्रशिक्षण देने हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में प्रशिक्षण पश्चात स्लाईड जांच का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है। संभाग के सभी जिलों में नियमित रूप से ब्लड स्लाईड कलेक्शन किया जा रहा है। स्लाईडों की क्राॅस चेकिंग भी करवाई जा रही है ताकि टेक्निशियन का कार्य का पुर्नमूल्यांकन हो सके।
बैठक 29 अक्टूबर को
अजमेर 26 अक्टूबर। जिले की सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक 29 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी।
पुष्कर मेले में पशु प्रदर्शनी 22 नवम्बर से
अजमेर 26 अक्टूबर। पशु पालन विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले में 57वीं गीर एवं संकर नस्ल पशु प्रदर्शनी 22 से 25 नवम्बर तक आयोजित की जाएगी। प्रदर्शनी के आयोजन की तैयारियों के लिए प्रगतिशील पशु पालकों की बैठक 28 अक्टूबर को प्रातः 10.30 बजे राज्य कुक्क्ुट प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित की जाएगी।

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