राष्ट्रीय प्रदूषण रोकथाम दिवस मनाया गया

DSC00943महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग में राष्ट्रीय प्रदूषण रोकथाम दिवस मनाया गया। इस दिवस को भोपाल गैस त्रासदी में प्रदूषण के कारण मारे गये लोगों को श्रृद्धांजली देने एवं वर्तमान समय में प्रदूषण को नियंत्रित करने की आवश्यकता के मध्यनजर मनाया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीण माथुर द्वारा विस्तार से प्रदूषण के दुष्परिणाम तथा 2 दिसम्बर 1984 को भोपाल में भयानक गैस त्रासदी के बारे में स्लाईड के माध्यम से समझाया गया। प्रो. माथुर ने बताया कि इन घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिये पर्यावरण सुरक्षा को महत्ता देनी चाहिए। प्रो. माथुर ने प्रदूषण नियंत्रण संबंधी जो भारतीय कानून बनाये गये हैं उन पर भी प्रकाश डाला। प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिये रिड्यूस-रियूज़-रिसाईकिल तीन आर को उपयोग में लेना चाहिए।
प्रो. माथुर के अनुसार व्यक्ति के स्वयं के प्रयासों द्वारा ही प्रदूषण में कमी लाई जा सकती है। अतः सभी को जागरूक होकर अपनी आवश्यकताओं को कम करके बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम में भागीदारी निभानी होगी
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व कुलपति प्रो. के.सी. शर्मा ने की। प्रो. के.सी. शर्मा ने बताया कि ये दिवस प्रदूषण के प्रति जागरूकता के लिये मनाया जा रहा है। इस संबंध में पेरिस में एक विशाल सम्मेलन भी आयोजित किया जा रहा है।
वर्ष 2021 तक पृथ्वी का तापमान 3 डिग्री तक बढ़ जाने की संभावना है। यदि इसी तरह प्रदूषण बढ़ता रहा तो मनुष्य के लिये एक भीषण समस्या उत्पन्न हो जाएगी। ग्रीन हाउस गैसें कम हो, कार्बन डाई ऑक्साईड कम हो तो यह तापमान 5 डिग्री सैन्टिग्रेड तक कम हो सकता है।
प्रो. शर्मा ने बताया कि स्मार्ट सिटी के एजेन्डा में पर्यावरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिसके तहत पानी का पुनः उपयोग, सौलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट, साफ पानी, पौधे, पर्यावरण एक दूसरे से जुड़े हैं। स्वच्छ भारत की परिकल्पना व्यक्तिगत प्रयासों से ही संभव है। आज प्रदूषण निवारण समय की मांग है इस समय नीति निर्धारकों को पर्यावरण को उसका श्रेय देना होगा। समयबद्ध तरीके से स्कूली एवं उच्च शिक्षा में पर्यावरण अध्ययन करवाना होगा जिससे बाल्यकाल से ही विद्यार्थी पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें। कार्यक्रम का संचालन सुश्री पारूल सेन ने किया।

प्रो. प्रवीण माथुर
विभागाध्यक्ष-पर्यावरण विज्ञान विभाग
महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर

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