51 अरब राम नाम अंकित कागजो का संग्रह एक अद्भूत प्रयास

51 अरब राम नाम अंकित कागजो का संग्रह एक अद्भूत प्रयास है। इन मंत्रो की परिक्रमा से निश्चित जन जागरण होगा अजमेर में ही नही अपितू सम्पूर्ण राष्ट्र में सकारात्मक ऊर्जा का संन्यार होगा- स्वामी चिन्मयानन्द परमार्थ आश्रम हरिद्वार

भगवान राम के नाम जीवन के अन्त में ही नही अपीतू अपनी जीवन शैली में भी उतारे, आत्मसाध करने की नितान्त आवश्यकता हैे- सुनील दत्त जैन महानगर संचालक

राम का नाम सभी दुखों का निवारण करने एवं सुख शान्ति देने वाला हैं- प्रो. वासुदेव देवानानी शिक्षा रात्य मंत्री राजस्थान सरकार

DSC_2533DSC_2533DSC_2511अजमेर। 21 गीता जयन्ती के पावन पर्व एवं राष्ट्र संत स्वामी हदय राम जी की पुण्य तिथि पर आयोजित 51 अरब हस्त लिखित राम नाम परिक्रमा महोत्सव का शुभारम्भ प्रात 9.15 बजे अयोध्या नगरी आजाद पार्क में परमार्थ आश्रम हरिद्वार के संत स्वामी चिन्मयानन्द जी माहराज, सन्यास आश्रम के अधिष्ठता स्वामी शिवज्रूोतिषानन्द जी महाराज,चित्रकूट धाम पुष्कर के संत पाठक जी महाराज, राजगढ़ भैरव धाम के मुख्य उपासक चंपालाल जी महाराज के कर कमलो एवं राजस्थान सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवानानी के मुख्य अतिथि एवं अजमेर के प्रथम नागरिक महापौर धर्मेन्द्र जी गहलोत की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर अजमेर में वरिष्ठ सामज सेवी श्री ओमप्रकाश मंगल एवं विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष आनन्द जी अरोड़ा, युवा भाजपा नेता एवं सहसंयोजक कंवल प्रकाश ने वैदिक मंत्रो से विधिवत पूजन किया। सामारोह में सभी संत महात्माओं एवं अतिथियों का शॉल एवं श्रीफल से स्वागत किया गया।
महोत्सव के सहसंयोजक एवं प्रचार प्रमुख उमेश गर्ग ने बताया कि इस अवसर पर स्वामी चिन्मयानन्द जी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि राम नाम की अमोध शक्ति को राष्ट्र ने समय- समय पर देखा है और पहचाना है, राम शब्द में निहीत शक्ति का उपयोग चाहे लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए हनुमान जी ने किया हो या विदेशी आक्रन्ताआंे के विरूद्व समर्थ राम दास ने किया हो, चाहे स्वाधीनता पूर्व देश में कुशाषान को दूर करने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में किया हो, राम नाम की संजीवनी को महात्मा गंाधी ने भी महसूस किया है। राम नाम की शक्ति को आजादी के बाद भी राजनैतिक, समाजिक, व्यक्तिगत विसंगतियों को दूर करने के लिए, एक राष्ट्रव्यापि शाक्ति का निर्माण करने के लिए राम जन्म भमि आन्दोंलन के माध्यम से इस देश में देखा है, समझा है और महसूस किया है। आज भी हारे को हरि नाम जब आदमी निरूपाय हो जाता है उसके संकटो का समाधान नही होता तब यदि राम नाम का आश्रय लेता है तो न केवल उसकी समस्या का सामाधान होता है अपूति आने वाले समय में राम नाम एक संबल बन जाता है। जीवन यात्रा के अंत में लोगो के मुख से केवल राम नाम का सत्य ही सुनाई पड़ता है और कहा कि अगर राम की तलप है तो एक काम कर आराम की शरण में हे राम-राम कर। महात्मा गांधी को जब गोली लगी तो उनकी अंतिम सांसे भी राम नाम को समर्पित रही। जन जीवन में राम से बड़ा कोई न तो नाम है और न ही कोई साधन है आज इस महोत्सव के माध्यम से अजमेर में एक नये मेरू का निर्माण हुआ है। 51 अरब राम नाम महामंत्रो का संग्रह एक अद्भूत संग्रह है जिसकी परिक्रमा जीवन में अनेक आर्दर्श स्थापित करेंगी। जिस प्रकार भगवान गणपति को प्रथम पूज्य के रूप में प्रतिष्ठित किया उसी प्रकार प्रत्येक परिक्रमार्थी को उसके जीवन क्षेत्र में सफलता के लिए कारगार सिद्ध होगी।
सहसंयोजक सुभाष काबरा ने बताया कि इस अवसर पर राजस्थान सरकार ने शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव जी देवनानी ने कहा कि भगवान राम के जीवन को व्यवहार में उतार कर समाजिक वातावरण को स्वस्थ बनाये। समाज को सुखमय व सम्रदशाली बनाने में अध्यात्म का बड़ा महत्व है, अजमेर अध्यात्मिक नगरी होने के नाते राम नाम की परिक्रमा निश्चित ही करोड़ो लोगो के जीवन को दिशा देगी। राम का नाम की अद्भूत एवं अंतिम सत्य है जिसकी अनुभूति कर हम अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सकते है। इस हेतु आयोजन कर्ता ने अद्भूत प्रयास किया है जिससे अजमेर ही नही सम्पूर्ण प्रदेश वासियों को नही ऊर्जा मिलेेगी एवं भव्य राम मंदिर बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
सहसंयोजक कंवल प्रकाश ने बताया कि इस अवसर पर महानगर संचालक एवं सुनील दत्त जैन ने कहा कि राम नाम महामंत्र परिक्रमा का आयोजन हेतु श्रद्धालुओं के धर्मलाभ प्रदान करता तो है अपितू भगवान राम के चरित्र को जन्मानस में उतारने का भी उद्देशय है इस परिक्रमा में प्रतिदिन धर्म, समाज एवं राष्ट्र के विषयों पर संतो एवं समाजिक नेतृत्वकर्त्ताओं द्वारा प्रबोधन दिया जायेगा।
महोत्सवक का संायकालीन सत्र सांय 3.30 बजे सुन्दरकाण्ड के सामुहिक पाठ से हुआ जिसमें श्री शिवरत्न वैष्णव एव ंकेशव माधव संकीर्तन मण्डल द्वारा सुन्दर काण्ड का संगीतय पाठ किया गया तत्पश्चात आज के मुख्य यजमान नारायण दास हरवानी, पार्षद जे.के शर्मा, समाजसेवी प्रवीन जैन पिंकी, बलराम हरनानी एवं हरि सेवा धाम भीलवाड़ा के श्री मंहत हंसराम जी उदासीन एवं सन्यास आश्रम के स्वामी शिवज्योजिषान्द जी के पावन सान्धिय मे महा मंत्रो की महा आरती की गयी एंव उपस्थित पूजजीय संतो को मार्गदर्शन, उद्बोधन एवं प्रवचन का लाभी अजमेर की धर्म प्रेमी जनता को मिला। आध्यतिमिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत विख्यात नृत्यागना दृष्टि राय ने भगवान राम के जीवन चरित्र पर सुन्दर नृत्य नाटीका प्रस्तुत कर जन मानस को भाव विभोर कर दिया।
आज कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार अभिजीत दवे, पुष्कर आदि पशु गऊशाला के सचिव लक्ष्मी नारायण हटुका, पूर्व मंत्री ललित भाटी एवं राम नाम के साधक अनिल कुमार वर्मा, हरी निवास इणानी, भागवान बड़गूर्जर, श्रीमती सूरज बाई शर्मा, श्री जगदीश सिंह, श्रीमती विष्णु कांता इंणानी, श्रीमती बसंती देवी, श्री रमेश चन्द्र गर्ग, श्रीमती शोभा हेड़ा, श्रीमती सुरेखा गोयल का अभिनन्दन किया गया।

दिनांक 22 के कार्यक्रम:-
सुश्री उषा गुप्ता तुलसी जयन्ती समारोह समिति द्वारा संगतीमय सुन्दर काण्ड एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम दोपहर 3.00 बजे से सांय 6.00 बजे तक, पूज्य साधवी प्रिती प्रियमवदा जोधपुर द्वारा आर्शीवचन एवं प्रवचन तत्पश्चात विख्यात शास्त्री गायक नासीर मौहम्मद मदनी अध्यक्ष संगीत विभाग एवं मधुलिका नाग प्राचार्य प. रामलाल माधुर संगती महाविद्यालय द्वारा भक्ति गीत एवं संगीत का अनुपम कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। आज महोत्सव में सुरेश शर्मा, किशनचन्द बंसल, शिवरतन वैष्णव, श्री हरी चन्दनानी, महेन्द्र जैन मिŸाल, श्री सुरेश जी चारभुजा, वनिता जैमन, भारती श्रीवास्तव, वर्तिका शर्मा, लेखराज जी शशीप्रकाश इंदोरिया, रजनीश रोहिल्ला, बालकिशन पुरोहित मणिलाल गर्ग, पूरण सिंह चौहान, राजेन्द्र अग्रवाल, बाबू सिंह जी पिन्टू, कुन्दन वैष्णव, सतनारायण सिंघल, कैलाश अग्रवाल, प्रदीप शर्मा, हिंमाशु शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं राम भक्त उपस्थित थे।

उमेश गर्ग
प्रचार प्रमुख
9829793705

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