इजराइल और भारत की स्थिति में बहुत फर्क है

अमित भट्ट
अमित भट्ट
पठानकोट हमले के बाद भावनाओं का तूफान बह पड़ा है, लोग कहते हैं “जरा इजराइल को देखो”… “भारत इजराइल की तरह कार्रवाई क्यो नहीं कर सकता?”
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अरे भईया इजराइल और भारत की स्थिति में बहुत फर्क है….
पहली बात ,इजराइल जिन देशों से घिरा हैं, उनमें से न तो किसी के पास परमाणु बम है, न ही बड़ी सेना हैं….
लेकिन यहां तो परमाणु युद्ध का खतरा है….और आज के समय परमाणु बम की ब्लैकमेलिंग एसी खतरनाक हैं कि उत्तर कोरिया जैसा भूखा नंगा देश भी परमाणु धमकी देकर सुपर पावर अमेरिका के पसीने छुडा देता है..
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दूसरा, भारत और इजराइल में सबसे बड़ा फर्क उनकी जनता का हैं, इजराइल का हर बच्चा अपने आप में इजराइली फौजी हैं जो हर वक्त युद्ध के लिए तैयार रहता है…
लेकिन यहाँ तो सरकारें ही आलू, प्याज, सस्ती बिजली, आरक्षण पर बनती और गिरती है…..
इजराइलियो जैसी जिन्दा कौमे तो देश के स्वाभिमान के लिए घास खाने को भी तैयार रहती हैं…
पर यहाँ तो जरा सा पांच रुपये पेट्रोल, सब्जी के दाम बढ़ते ही पब्लिक हाहाकार मचा देती हैं…
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हमारी गलती यही है ,जिसमें सुधार की जरूरत है कि हम बड़े बड़े मिसाइल, टैंक, फाइटर जेट देखकर, खरीदकर खुश हो लेते है और इन पर अपने रक्षा बजट का अधिकतम पैसा खर्च करते है,
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जबकि हमें internal security system को मजबूत करने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये.
क्योंकि ये मिसाइल, टैंक, फाइटर जेट वगैरह जब इस्तेमाल होंगे तब होंगे…..
लेकिन ये जो हर महीने घुसपैठ और छोटे मोटे हमले, मुठभेड़ होती रहती हैं, इनसे निपटने के लिए अंदरूनी सुरक्षा तंत्र को अति आधुनिक और ताकतवर बनाने की जरूरत है..
सीमाओं पर घुसपैठ रोकने के लिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा हाइटेक surveillance system से कवर करना चाहिए और अंदरूनी सुरक्षा बलों को अति आधुनिक उपकरणों व हथियारों से लैस रखना चाहिए.

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