बीजेपी खुद को हिन्दुओ की मसीहा दिखाने की कोशिश करती है ।
ये सवालो के जवाब दे ।
1. आरएसएस उसके स्थापना के वक़्त क्यों दलितो को दूर रखा गया । उसका जवाब हे बीजेपी के पास
2. १९३१ में जब गांधी जी ने जब भेदभाव के खिलाफ दलित यात्रा निकाली तब उस पे बम क्यों फेके थे आरएसएस वालो ने
3. दलित के अधिकारों के लिए लड़ रहे गांधी पे ३ बार हमले क्यों किये आरएसएस ने
4. १९५१ में हिन्दू कोड बिल का विरोध किया आरएसएस ने की हिन्दू कोड बिल बनाने वाली कमेटी में कोई दलित नही बनना चाहिए । क्यों?
5. जब कांग्रेस ने सविंधान बनाने का काम बाबा साहेब को सोपा तब आरएसएस ने भारी विरोध किया था क्युकी वो एक दलित थे । ऐसा क्यों ?
6. जब सविधान में आरक्षण दिया गया दलित और पिछडो को तब आरएसएस ने विरोध किया था पुरे भारत में कांग्रेस के नेताओ के पुतले जलाये थे । ऐसा क्यों ?
7. १९५६ में जब बाबा साहेब का तयलि चित्र रखा गया संसद में तो उसे आरएसएस वालो उसे फाड़ने की कोशिश क्यों की ?
8. जब बाबा साहेब की मृत्यु के बाद कांग्रेस ने उनका स्मारक अम्बेडकर के दिल्ली स्थित उनके घर 26 अलीपुर रोड में स्थापित किया तब भी आरएसएस वाले नही रुके । और इसका विरोध किया । क्यों ?
9. कांग्रेस ने १९९० में उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। १९५६ के बाद कई सार्वजनिक संस्थान का नाम उनके सम्मान में उनके नाम पर रखा गया है जैसे हैदराबाद, आंध्र प्रदेश का डॉ॰ अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, बी आर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय- मुजफ्फरपुर, डॉ॰ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नागपुर में है
पिछले वर्षों में लगातार बौद्ध समूहों और आरएसएस के बीच हिंसक संघर्ष हुये है। 1994 में मुंबई में जब किसी ने अम्बेडकर की प्रतिमा के गले में जूते की माला लटका कर उनका अपमान किया था तो चारों ओर एक सांप्रदायिक हिंसा फैल गयी थी और हड़ताल के कारण शहर एक सप्ताह से अधिक तक बुरी तरह प्रभावित हुआ था। जब अगले वर्ष इसी तरह की गड़बड़ी हुई तो एक अम्बेडकर प्रतिमा को तोड़ा गया। तमिलनाडु में आरएसएस के समूह भी बौद्धों के खिलाफ हिंसा में लगे हुए हैं। इसके अलावा, कुछ परिवर्तित बौद्धों ने आरएसएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया ।
क्या दलित हिन्दू समुदाय से नहीँ । आँखों में धूल झोंकना बन्द करे आरएसएस बीजेपी वाले ।
मनीष शर्मा