जिला कलेक्टर डॉ. अरुषि मलिक के कामकाज में आए अचानक बदलाव से अजमेर जिला प्रशासन में शांति का माहौल नजर आने लगा है। अधिकार छीनने से परेशान सिटी मजिस्ट्रेट हरफूल सिंह यादव भी कुछ राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी को भी कलेक्टर ने राजस्व शाखा का काम सौंप कर उपकृत कर दिया है। अतिरिक्त कलेक्टर प्रशासन किशोर कुमार भी अब कलेक्टर की कार्यशैली की प्रशंसा करने लगे हैं। कलेक्टर डॉ. मलिक एक सप्ताह से अवकाश पर हैं और कलेक्टर का काम किशोर कुमार ही कर रहे हैं। हालांकि पूर्व में ऐसे कई मौके आए, जब कलेक्टर अवकाश पर गई तो किशोर कुमार को कलेक्टर का काम करने की जिम्मेदारी नहीं दी। सिटी मजिस्ट्रेट हरफूल सिंह यादव से पहले न्यायिक शाखा का महत्त्वपूर्ण काम छीना गया और जब यादव ने अवकाश मांगा तो कलेक्टर ने अवकाश मंजूर करने से भी इंकार कर दिया। लेकिन अब बदले हुए हालातों में कलेक्टर ने यादव का अवकाश मंजूर कर लिया है। यादव ने पहले 31 जनवरी तक अपना अवकाश जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी से मंजूर करवाया। अब 1 फरवरी से 23 फरवरी तक के लिए अवकाश का प्रार्थना पत्र भिजवा दिया है। माना जा रहा है कि इस प्रार्थना पत्र को भी स्वीकार कर लिया जाएगा। सुरेश सिंधी के कामकाज से नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने पूर्व में कार्मिक विभाग को पत्र लिखा था, लेकिन अब उन्हीं सुरेश सिंधी को महत्त्वपूर्ण समझे जाने वाले राजस्व शाखा का काम भी दे दिया गया है। आमतौर पर राजस्व शाखा का कार्य एडीएम प्रशासन के पास होता है। लेकिन कलेक्टर ने इस कार्य को एसडीओ हीरालाल मीणा को दे दिया था। लेकिन अब मीणा से राजस्व शाखा का काम छीनकर रसद अधिकारी सिंधी को दिया गया है। कलेक्टर के व्यवहार में अचानक आए इस बदलाव से जिला प्रशासन में राहत महसूस की जा रही है। मीणा से राजस्व शाखा का काम छीनकर सिंधी को देने के निर्णय पर प्रशासन ने आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।
(एस.पी. मित्तल) (02-02-2016)
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